हापुड़: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पश्चिम उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं. मुरादाबाद, संभल, बिजनौर के बाद मंगलवार को वह नोएडा और हापुड़ पहुंचे. हापुड़ में उन्होंने कहा कि आज विकास की ढ़ेर सारी योजनाओं को लेकर हम यहां आए हैं. सरकार ने विकास के मामले में भेदभाव किसी के साथ नहीं किया. जब हम 2017 में चुनाव प्रचार में आते थे, पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जनता, मां, बहन और बेटियों की यही मांग रहती थी कि क्या हमें सुरक्षा मिलेगी? 


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दंगाइयों के सात पुश्तों को कीमत चुकानी पड़ेगी
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने सरकार आने के बाद सुरक्षा सुनिश्चित की है. दंगाइयों को कह दिया था कि दंगा करोगे तो उसकी भरपाई तुम्हारी सात पुश्तें भी नहीं कर पाएंगी. मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास योजनाओ में स्कूल, बिजली, सड़क, जल जीवन मिशन सबको शामिल किया गया है. इसका सीधा सरोकार समृद्धि से होता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना महामारी अभी खत्म नही हुई है, प्रोटोकॉल और गाइडलाइंस का पालन करना जरूरी है.


शिवभक्त भव्यता के साथ कांवड़ यात्रा निकालते हैं
हमारे जनप्रतिनिधियों ने प्रशासन, समाजिक संगठनों के साथ मिलकर एक एक नागरिक के जीवन और आजीविका को बचाया है. यही यूपी मॉडल देश के लिए उदाहरण बना. मुख्यमंत्री ने कहा कि जीवन के साथ और निर्दोष नागरिकों के साथ खिलवाड़ करने की किसी को छूट नही है. यही जगह है जहां कावंड़ यात्रा पर रोक लगाई जाती थी, हमने कहा नहीं ये शिवभक्त हैं, भव्यता के साथ कांवड़ यात्रा निकलवाया. गाजियाबाद से हरिद्वार के बीच 4 करोड़ लोग सुरक्षा, सौहार्द के साथ कांवड़ लेकर जाते हैं.


महापुरुष किसी जाति के नहीं, देश-राष्ट्र के होते हैं
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने आस्था का सम्मान किया, दुर्गापूजा, सरस्वती पूजा सब सकुशल पूरे हो रहे हैं. हमने कहा कानून के दायरे में पर्व त्योहार मनाएं, सरकार उसकी पूरी सुरक्षा करेगी. सीएम ने कहा कि हमारी पहचान व्यक्तिगत नहीं, देश बड़ा है, देश से बड़ा कोई नहीं, कोई जाति बड़ी नहीं, हमारी व्यक्तिगत, जातिगत पहचान राष्ट्र से बढ़कर नहीं होनी चाहिए. वर्तमान भारत जातिगत राजनीति, मत-मजहब की राजनीति से बढ़कर राष्ट्रहित की ओर बढ़ रहा है. महापुरुष किसी जाति के नहीं, देश के, राष्ट्र के होते हैं.


हापुड़ के उत्पादों की देश में अलग पहचान बनी है
मुख्यमंत्री ने कहा कि बचपन से हम हापुड़ के बारे में सुनते थे. एक जनपद एक उत्पाद को हमने उससे जोड़ा. यहां के हथकरघा, हैंडलूम से बने चादरों और तौलियों की पहचान देश भर में है. हापुड़ के पापड़ ने देश भर मे अपना अलग स्थान बनाया है. हम सबको अपने पुराने उत्पादों को पहचान कर उसे आगे बढ़ाने का कार्य करना होगा. सरकार प्रोत्साहित कर रही है. उत्तर प्रदेश आज 1 लाख 21 हजार करोड़ के उत्पादों को एक्सपोर्ट कर एक हब बन गया है. 


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