ज्ञानेंद्र प्रताप/उन्नावः जी न्यूज की खबर का असर हुआ है. खबर को संज्ञान में लेकर उन्नाव की डीएम अपूर्वा दूबे ने वीडियो जारी कर मदद मांगने वाले बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात की. साथ ही त्वरित कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. आपको बता दें कि शहर के आवास विकास कालोनी निवासी आशीष मिश्र एसडीएम बीघापुर के कार्यालय में चालक के पद पर कार्यरत थे. फरवरी 2021 में कोविड संक्रमण से निधन हो गया था. जबकि पत्नी निशा का लगभग पांच वर्ष पहले निधन हो चुका था.


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मां की मौत के बाद पिता ही अपने दोनों बच्चे विराट मिश्र 11 वर्ष और परी 7 वर्ष की देख रेख कर रहे थे. पिता का देहांत होने के बाद दोनों भाई-बहन की परवरिश उनके नाना रमाकांत द्विवेदी निवासी आवास विकास हंसपुरम कानपुर पास रखकर कर रहे हैं. विराट और परी ने दो दिन पहले CM को ट्वीट कर अपने पिता की बकाया पेंशन व अन्य देयों का भुगतान न करने का डीएम कार्यालय में तैनात बाबू अरुण पांडेय पर भुगतान न करने का आरोप लगाया था. 


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डीएम 48 घंटे में सभी सरकारी लाभ दिलाने का  दिया आश्वासन
इस खबर को zee up/uk ने प्रमुखता से चलाया था. डीएम उन्नाव ने खबर का संज्ञान लेते हुए आज बच्चों को कार्यालय बुलाकर बातचीत की.  डीएम ने 48 घंटे में सभी सरकारी लाभ दिलाने का आश्वासन दिया है. डीएम ने जांच कराकर दोषी बाबू और अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है. डीएम ने कहा कि यह जो प्रकरण है तहसील बीघापुर में चालक थे, उनका प्रकरण है, मृत्यु 2021 में हो गई थी. इसमें किस स्तर पर विलंब रहा है हम लोगों ने परीक्षण किया है. इसके लिए टीम गठित करके 2 दिन के अंदर  उत्तरदायित्व निर्धारित करके कार्रवाई भी करेंगे. 


इस मामले पर डीएम ने दी जानकारी
डीएम ने जानकारी देते हुए बताया, "इनका पेंशन का पैसा जो अनावश्यक रूप से रुका हुआ था. किस कारण पेंशन का पैसा रुका हुआ था आदेश जारी हो चुका है. पहले नकदीकरण का भुगतान हो चुका है, पेंशन की धनराशि रुकी हुई थी. संरक्षक मार्च में जो इनके नाना है रमाकांत द्विवेदी घोषित हो चुके थे. दो दिन के अंदर खाते में पेंशन भी आने लगेगी. आज मेरे द्वारा स्वयं बच्चों और उनके संरक्षक से वार्ता की गई वह संतुष्ट भी है. उनका कार्य आदेश भी जारी किया जा चुका है. मेरे द्वारा कार्यभार 1 अगस्त को संभाला गया है." बच्चों ने सीएम और डीएम को धन्यवाद दिया है. डीएम से मिलने के बाद दोनों बच्चों और उनके परिजनों ने भी संतुष्टि जाहिर की. बच्चों ने डीएम और सीएम को धन्यवाद देते हुए कहा कि अब उनका अटका हुआ काम पूरा  हो जाएगा.


बच्चों ने सीएम से लगाई थी मदद की गुहार
पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले विराट का कहना था कि उसके पापा की पेंशन उन तक पहुंच नहीं पा रही है. डीएम ने तो बाबू लोगों से कह दिया है कि जल्द से जल्द इनका काम पूरा करके दो, लेकिन वह हम लोगों को साढ़े 3 महीने से रोज दौड़ा रहे हैं और काम नहीं कर रहे हैं. कहते हैं कि कल हो जाएगा, परसों जाएगा.  विराट ने कहा, "हमारे नाना-नानी की आर्थिक स्थिति कमजोर है. इसलिए हम कुछ कह नहीं पाते हैं और जो हम लोगों को चाहिए होता है वह हम बोल नहीं पाते. हमने टीवी में देखा था कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कैसे सबकी मदद करते हैं इसलिए हम लोगों ने वीडियो बनाया. हमें उम्मीद है कि वह हमारी भी मदद करेंगे. यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. इसके बाद डीएम ने इस घटना का संज्ञान लिया और बच्चों ने सीएम से मदद की जो उम्मीद लगाई थी वह रंग लाई. 


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