मेरठ के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में अचानक छात्राओं की तबीयत खराब हो गई. अचानक हुई इस घटना से हड़कंप मच गया. आनन-फानन में सभी छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया. जिसमें 15 बच्चियों की तबीयत खराब है. फूड सिक्योरिटी की टीम को भी बुलाया गया है. सैंपल की जांच के बाद ही कुछ साफ हो पाएगा.
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पारस गोयल/मेरठ: उत्तर प्रदेश के मेरठ (Meerut) जिले में कस्तूरबा गांधी विद्यालय (Kasturba Gandhi Vidyalaya) में अचानक छात्राओं की तबीयत खराब हो गई. अचानक हुई इस घटना से हड़कंप मच गया. आनन-फानन में सभी छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया. जहां इलाज के दौरान दो की हालत ज्यादा बिगड़ गई. जिसके बाद डॉक्टरों ने उन्होंने जिला अस्पताल में रेफर कर दिया गया. बता दें कि विद्यालय में लगभग एक दर्जन से ज्यादा बच्चियों को उल्टी-दस्त और पेट में दर्द की शिकायत है. इस मामले को लेकर संबंधितों में हड़कंप की स्थिती बनी हुई है.
कस्तूरबा गांधी विद्यालय प्रशासन पर लग रहा लीपापोती का आरोप
आपको बता दें कि कस्तूरबा गांधी विद्यालय प्रशासन पर आरोप लग रहा है कि वह लीपापोती में जुटा हुआ है. दरअसल, यह तस्वीरें मेरठ के मवाना थाना क्षेत्र के कस्तूरबा गांधी विद्यालय की है. फिलहाल, इन सभी छात्राओं को प्राथमिक चिकित्सा केंद्र में भर्ती कराया गया है. जानकारी के मुताबिक उनकी हालत गंभीर बनी हुई है. बताया जा रहा है कि सुबह के नाश्ते में छात्राओं को चाय पकौड़ी दी गई थी. जिसके बाद उन्हें इस गर्मी में उमस भरे कमरे में उनको पढ़ाया जा रहा था. इसी दौरान एक-एक करके करीब एक दर्जन से ज्यादा छात्राओं की हालत बिगड़ गई.
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एहतिहात के तौर पर अन्य छात्राओं की कराई जा रही जांच
आपको बता दें कि स्कूल के अंदर मीडिया कर्मियों को प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी गई है. इस मामले को लेकर जिला प्रशासन भी हरकत में आ गया है. खुद एसडीएम मवाना अखिलेश कुमार यादव ने मौके पर पहुंच कर हालात का जायजा लिया. वहीं एहतिहात के तौर पर कस्तूरबा गांधी विद्यालय में मौजूद अन्य छात्राओं की भी जांच कराई जा रही है.
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मामले में बीएसए मेरठ ने दी जानकारी
इस मामले में बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने बताया, "कुछ समय पहले सूचना मिली थी कि कुछ बच्चियां बीमार हैं. वहीं, बच्चियां के सिर में दर्द की शिकायत कर रही हैं. शायद ऐसा गर्मी की वजह से है. बच्चियां ज्यादा परेशान दिख रही थीं, तो उन्हें पीएचसी ले आए हैं. एक बच्ची की हालत ज्यादा खराब थी, तो उसे मेरठ के प्यारे लाल अस्पताल रेफर कर दिया गया है. उन्होंने बताया कि विद्यालय में कुल 90 छात्राएं हैं. जिसमें 15 बच्चियों की तबीयत खराब है. फिलहाल, सुबह दिए गए नाश्ते चाय-पकौड़ी का सैंपल रख लिया गया है. फूड सिक्योरिटी की टीम को भी बुलाया गया है. सैंपल की जांच के बाद ही कुछ साफ हो पाएगा.
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