बलिया: आजम खान पर कोर्ट के फैसले का दयाशंकर सिंह ने किया स्वागत, कही ये बड़ी बात
सपा नेता आजम खान के खिलाफ कोर्ट के फैसले और विधानसभा सदस्यता रद्द करने के कोर्ट के फैसले का परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने स्वागत किया है. दयाशंकर सिंह ने कहा कि न्यायालय ने सोच-समझकर के निर्णय दिया है. इस निर्णय का दूरगामी परिणाम होगा.
मनोज चतुर्वेदी/बलिया: सपा नेता आजम खान के खिलाफ कोर्ट के फैसले और विधानसभा सदस्यता रद्द करने के कोर्ट के फैसले का परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने स्वागत किया है. दयाशंकर सिंह ने कहा कि न्यायालय ने सोच-समझकर के निर्णय दिया है. इस निर्णय का दूरगामी परिणाम होगा. अब तक चुनाव में कोई किसी के बारे में कुछ भी बोल देता था, लेकिन इस निर्णय के बाद अब लोगों को अपनी बातों पर संयम करने का बल मिलेगा.
कोर्ट के फैसले किसी दल को लेकर नहीं आते: दयाशंकर सिंह
आजम खान द्वारा आगे कानूनी लड़ाई लड़ने के बयान पर दयाशंकर सिंह ने कहा कि भारतीय न्याय व्यवस्था में बहुत सारे विकल्प हैं. उच्चतम न्यायालय तक लोग जाते हैं. यह तो भारतीय न्यायिक व्यवस्था है, जो सभी के लिए समान है. आजम खान को लेकर विपक्ष द्वारा बीजेपी पर द्वेषपूर्ण रवैया अपनाने के आरोपों पर उन्होंने कहा कि इस तरीके के फैसले भाजपा के जनप्रतिनिधियों सहित दूसरे दलों के खिलाफ भी आये हैं. फैसले किसी दल या फिर मजहब को लेकर नहीं आते, बल्कि न्यायालय में फैसले कानून के हिसाब से आते हैं.
दिल्ली के सीएम पर साधा निशाना
गुजरात में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए दयाशंकर सिंह को बड़ी जिम्मेदारी मिली है. लिहाजा करेंसी पर गणेश और लक्ष्मी के फोटो लगाने के अरविंद केजरीवाल के बयान पर कहा कि केजरीवाल सिर्फ सस्ती लोकप्रियता के लिए इस तरीके के बयानबाजी करते हैं. उत्तर प्रदेश के चुनाव में 150 सीटों पर चुनाव लड़ा और सभी की जमानत जप्त हो गई. उसी तरह गुजरात में भी कुछ होने वाला नहीं है. सिर्फ दिल्ली वालों के पैसों को अनाप-शनाप खर्च कर रहे हैं. विज्ञापन में खर्च करके वहां के लोगों के मूलभूत आवश्यकताओं को भी पूरा नहीं कर रहे हैं. मैं समझता हूं कि इन्हें गुजरात में भी कुछ प्राप्त होने वाला नहीं है.
सीएम अरविंद केजरीवाल की रणनीति पर उठाए सवाल
मंत्री दयाशंकर सिंह ने सीएम अरविंद केजरीवाल की राजनीति पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि वह अपनी ही बातों पर अमल नहीं करते. जब वह मुख्यमंत्री बने थे तो उन्होंने कहा था कि मैं वीआईपी कल्चर से अलग रहूंगा. सिक्योरिटी नहीं लूंगा. वीआईपी गाड़ियों पर नहीं चलूंगा. मुख्यमंत्री बने तो सिक्योरिटी छोड़ दिया और वैगनआर पर चलते थे. आज की तारीख में उन्होंने सब कुछ प्राप्त कर लिया जो मुख्यमंत्री को मिलता है. यानी जो कहा उसका उल्टा ही किया.