Deepotsav 2021: योगी सरकार तोड़ेगी अपना ही रिकॉर्ड, इस बार 7.50 लाख दीयों से जगमग होगी रामनगरी
3 नवंबर को योगी आदित्यनाथ सरकार का पांचवा दीपोत्सव होगा. डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को इसकी जिम्मेदारी मिली है. दीपोत्सव में 12 हजार वालेंटियर दीपक जलाएंगे.
लखनऊ: अयोध्या में आयोजित होने वाले दीपोत्सव के दिन रामनगरी एक बार दीयों की रोशनी से जगमग होगी. जिसकी भव्यता पूरा विश्व देखेगा. यूपी सरकार ने इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली है. इस बार भी अयोध्या की दीपावली दुनिया में चर्चा का विषय बनेगी, क्योंकि इरादा एक बार फिर नया रिकॉर्ड कायम करने का है. जी हां, जहां पिछली बार दीपोत्सव पर 5 लाख 51 हजार दीये जलाकर गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अयोध्या ने अपना नाम दर्ज कराया था. वहीं, इस बार रामनगरी 7 लाख 50 हजार दीये जलाकर विश्व रिकार्ड बनाने की तैयारी में है.
डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को मिली जिम्मेदारी
इस बार योगी आदित्यनाथ सरकार का पांचवा दीपोत्सव होगा. जिला प्रशासन ने डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय को 7 लाख 50 हजार दीयों को जलाए जाने की जिम्मेदारी सौंपी है. अवध विश्वविद्यालय दीपोत्सव में दीये जलाने के लिए वॉलेंटियर्स को भी ट्रेनिंग दे रहा है. विवि के कुलपति प्रोफेसर रवि शंकर सिंह का कहना है कि अयोध्या के दीपोत्सव में 12 हजार छात्र छात्राओं को वॉलंटियर के रूप में ट्रेंड किया जा रहा है. जिनका काम राम की पैड़ी पर 7 लाख 50 हजार दीयों को जलाने का है.
इस नए विश्व कीर्तिमान में 2300 टीन लगभग 36 हजार लीटर सरसों के तेल का प्रयोग किया जाएगा. एक दीये में 40 एमएल तेल का प्रयोग होगा. इसके लिए 11 लाख से ज्यादा रुई की बाती का प्रयोग किया जाएगा. राम की पैड़ी के 32 घाटों पर दीयों को बिछाया जाएगा. इसमें 40 स्वयंसेवी संस्थाओं का सहयोग लिया जाएगा. 15 महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं का सहयोग लिया जाएगा. इसके अलावा 32 ऑब्जर्वरों की टीम भी लगाई जाएगी.
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कब होगा मुख्य कार्यक्रम का आयोजन?
जिला प्रशासन ने इस बार के दीपोत्सव में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा भी तय की है. मुख्य रूप से 2 और 3 नवंबर को राम कथा पार्क वा राम की पैड़ी में मुख्य कार्यक्रम का आयोजन होगा. 2 व 3 नवंबर को 3 देशों की रामलीला का मंचन होगा. जिसमें लंका, नेपाल व त्रिनिडाड शामिल हैं. वहीं, संस्कृत विभाग द्वारा 11 स्थानों (भरतकुंड, नाका हनुमानगढ़ी, बड़ी देवकाली, साहबगंज, राम जानकी मंदिर, जालपा मंदिर, साकेत डिग्री कॉलेज, बिरला धर्मशाला, राज सदन, कनक भवन, तुलसी उद्यान व गुप्तार घाट) पर सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी की जाएगी. यही नहीं रामायण कालीन 11 झांकियां भी निकाली जाएंगी.
झांकियों के साथ-साथ कलाकार भी अपनी आकर्षण प्रस्तुति देंगे. लगभग 1000 कलाकारों द्वारा प्रस्तुति की जाएगी. यह झांकी साकेत डिग्री कॉलेज से नए घाट तक निकाली जाएगी. नए घाट पर हेलीपैड पर पुष्पक विमान उतारने की व्यवस्था की गई है. जिससे भरत और शत्रुघ्न सहित भगवान श्री राम के राजतिलक के लिए राम और सीता राम कथा पार्क के पास उतरेंगे. यहां भगवान श्री राम के राजतिलक की प्रस्तुती होगी.
2017 में योगी सरकार ने की थी दीपोत्सव की शुरुआत
अयोध्या में त्रेतायुग जैसी दिवाली मनाने की इस परंपरा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2017 में शुरू किया था. तब से हर साल यहां दीप प्रज्वलन का नया रिकॉर्ड बन रहा है. बता दें कि 2017 दीपोत्सव में 1 लाख 65 हजार दीप जले. 2018 में 3 लाख 150 दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बना. फिर 2019 में 4 लाख चार हजार 26 दीप जलाकर विश्व रिकॉर्ड बनाया गया. पिछले साल 2020 में 5 लाख 51 हजार दीप जलाए गए थे, जिसमें 7.5 लाख रूई का इस्तेमाल किया गया था.
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