देवरिया: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले के जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह (DM Jitendra Pratap Singh) की दरियादिली देखने को मिली है. रामपुर कारखाना क्षेत्र में रहने वाली एक महिला का बकरा चोरी हो गया था, जिसकी शिकायत लेकर महिला थाना रामपुर कारखाना में पहुंची थी, लेकिन पुलिस के द्वारा इसमें कोई पहल नही की गई. इसके बाद महिला जिलाधिकारी के पास फरियाद लेकर पहुंची थी. जहां जिलाधिकारी ने खुद 15 हजार रुपए दिए, जिसके बाद महिला ने दूसरा बकरा खरीदा और उसकी कुर्बानी देकर बकरीद मनाई.


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बकरीद से पहले चोरी हो गया बकरा 
रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र में रहने वाली मुखीजा बेगम के शौहर मुम्बई में नौकरी करते हैं और यह अपने चार बच्चों मरियम,इब्राहिम,खदीजा और रसूल के साथ गांव पर रहती है. बकरीद को लेकर मुखीजा बेहद खुश थी, क्योंकि उसने पहले से ही कुर्बानी के लिए बकरा पाल रखा था जिससे कि पर्व पर उस पर अत्यधिक आर्थिक बोझ न पड़े, लेकिन बकरीद के ठीक बीस दिन पहले बकरा चोरी हो गया तो मुखीजा उदास हो गई और थाने पर शिकायत लेकर गई, लेकिन पुलिस बकरा बरामद करने में असफल रही.


जिसके बाद मुखीजा एक हफ्ते पूर्व देवरिया जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के जनता दर्शन में अपनी फरियाद लेकर पहुंची थी. उसने बताया कि कुर्बानी के लिए बकरा रखा था, जो चोरी हो गया पुलिस से शिकायत भी की, लेकिन बकरा नहीं मिल सका है. डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह के सामने अपनी बात रखते हुए लगातार रोये जा रही थी, जिसके बाद डीएम ने मदद का भरोसा दिया तब जाकर महिला चुप हुई और घर वापस लौटी.


जिलाधिकारी ने दिए 15 हजार रुपये 
डीएम ने बकरीद से एक दिन पूर्व पीड़ित महिला को बुलाकर पूछा कि कितने रुपये में बकरा मिलेगा.महिला ने बताया कि 15 हज़ार रुपये में हो जाएगा. डीएम ने 15 हजार रुपये महिला को दे दिया, जिसके एवज में महिला ने बकरा खरीद लिया है और वह बकरीद के पर्व पूरे हर्षोलास के साथ मनाया. डीएम के इस मदद पर मुखीजा काफी खुश है. 


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