कानपुर देहात/आलोक त्रिपाठी:अपने लापता बेटे की तलाश के लिए एक मां दर-दर की ठोकरें खा रही है. पुलिस और प्रशासन आंखें और कान बंद किए हुए है. बुजुर्ग मां अब पुलिस से गुहार लगाकर थक चुकी है. पीड़ित मां का कहना है कि उसका इकलौता बेटा वापस जरूर आएगा. बता दें कि महिला के पति और बेटी की मौत पहले ही हो चुकी है.


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ये है पूरा मामला
कानपुर देहात के थाना रूरा इलाके के गांधीनगर कस्बा रूरा की रहने वाली श्यामलता दीक्षित पत्नी स्वर्गीय प्रेम शंकर दीक्षित का बेटा 20 अगस्त 2022 को लापता हो गया था. जिसकी सूचना बुजुर्ग मां ने थाने में दर्ज कराई थी. पुलिस को सूचना देने के बाद खुद बुजुर्ग मां ने बेटे की तलाश शुरू कर दी लेकिन बेटे का कहीं कुछ पता नहीं चला.  जिसके बाद मां फिर से पुलिस की चौखट पर जा पहुंची और पुलिस से अपने बेटे को ढूंढने की गुहार लगाई लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया. फिर थक हारकर मां, पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंच गई. उसने पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए अपने बेटे को ढूंढने की मांग की. वहां से भी उसे निराशा ही हाथ लगी. आज दो महीने से ज्यादा बीत जाने के बाद भी बुजुर्ग मां अपने बेटे को ढूंढने के लिए दर-दर की ठोकरें खा रही है.


थाने जाने पर पुलिसवाले उड़ाते हैं मजाक-पीड़ित मां
बुजुर्ग मां ने बताया कि मेरे पति की एक्सीडेंट में मृत्यु हो गई थी और इस सदमे को बेटी सहन नहीं कर पाई और उसकी भी उसी दिन मौत हो गई.  एक साथ दो आर्थियां देखने से मैं टूट चुकी थी और अब मेरा इकलौता सहारा बेटा भी लापता हो गया है. मैंने बड़ी उम्मीद लगाकर पुलिस से न्याय की गुहार लगाई लेकिन अभी तक कुछ पता नहीं चला. जब मैं थाना रूरा जाती हूं तो पुलिसवाले मेरा मजाक उड़ाते हैं और मुझ पर हंसने लगते हैं जिसकी वजह से मैंने अब थाने जाना भी छोड़ दिया है. मां ने अभी भी आस नहीं छोड़ी है. इंतजार है कि ईश्वर उसकी सुनेगा और उसका इकलौता बेटा वापस आ जाएगा.


स्थानीय निवासी और सभासद हिमांशु गुप्ता ने बताया कि गुमशुदा लड़के का नाम दीपक दीक्षित है. वह करीब ढाई महीने से लापता है. मां मदद के लिए इधर-उधर घूम रही है. मां के लिए उसका इकलौता बेटा ही सहारा है. 


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