Garlic Cultivation Benifits: उत्तर प्रदेश हरदोई जिले (Hardoi News में किसान लहसुन की खेती ( Garlic Cultivation) कर काफी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं. बारिश से ठीक पहले बोई गई फसल बारिश आने तक बाजार में पहुंच चुकी है. वैज्ञानिक बदलाव के साथ किसान लहसुन की खेती कर कर रहे हैं. जिसके चलते किसानों की आय में काफी इजाफा (Farmers Income Double) हो रहा है और उनकी किस्मत बदल रही है, अच्छी पैदावार कर किसान मालामाल हो रहे हैं. 


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हरदोई के बेहंदर निवासी किसान मेवा लाल ने बताया कि वह काफी समय से लहसुन की खेती कर रहे हैं. समय-समय पर वैज्ञानिक बदलाव के साथ उनकी फसल और बेहतर होती जा रही है. उन्होंने बताया कि हाल ही में कृषि विभाग में हुए एक कार्यक्रम में उन्होंने भाग लिया था. जहां पर किसानों को खेती में वैज्ञानिक विधियों इस्तेमाल करते हुए बेहतर फसल लेने के उपाय सुझाए गए थे.


इस बार उन्होंने लहसुन की फसल में उन्हीं का इस्तेमाल किया है और करीब 1 एकड़ में 10 लाख रुपए तक का मुनाफा कमाया है. 6 महीने में थोड़ी सी देखरेख के चलते इस बार उत्तम उपज मिली है. उनकी लहसुन की फसल का शल्क कंद सफेद और बड़े आकार का आया है. वैसे तो फसल करीब 5 महीने में तैयार हो गई थी लेकिन उन्होंने इसे 6 महीने में खोदकर खेत से बाहर निकाला है जिससे लहसुन का कंद काफी परिपक्व अवस्था में बाहर आया है जिसे बाजार में हाथों-हाथ खरीद लिया गया है.


किसान ने बताया कि इसके लिए उन्होंने खेत की शुरुआत से तैयारी बताए गए नियमों के अनुसार की थी. खेत को जोतने के बाद में खरपतवार खेत से बाहर निकाल दिए थे. खेत में जैविक पदार्थों की भी मात्रा के अनुसार ही डाली थी. गोबर की खाद का इस्तेमाल उन्होंने खेती में बेहतर ढंग से किया था. करीब 3 गहरी जुताई करने के बाद में खेत को समतल करके क्यारियों को बना दिया था. लहसुन की स्वस्थ कलियों का चुनाव करके उन्होंने करीब 15 सेंटीमीटर दूरी पर क्यारी की कतारों में लगाई थी. यह गाठों को विकसित करने के लिए विभाग से सुझाया गया तय मानक है. 


हरदोई के उपकृषि निदेशक डॉ नंदकिशोर ने बताया कि लहसुन की फसल 160 दिनों में तैयार हो जाती है. एक हेक्टेयर में लगभग 160 कुंटल से ज्यादा पैदावार होती है. जिले के किसानों को समय-समय पर कृषि विभाग से महत्वपूर्ण जानकारी बीज सब्सिडी आदि की सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं. उन्नतशील किसान बेहतरीन किस्मों से अच्छा उत्पादन प्राप्त कर रहे हैं. अच्छे किसानों को शासन की मंशा के अनुरूप समय-समय पर जागरूक और सम्मानित भी किया जाता रहता है. कृषि विभाग के ट्रेनर समय समय पर खेतों में जाकर के किसानों की फसलों का मुआयना भी करते हैं.