वाराणसी/काशी विद्यापीठ: जिले के मॉडल ब्लॉक सेवापुरी मे ही नहीं बल्कि अन्य सभी विकास खण्डों मे भी प्राकृतिक खेती का कार्यक्रम चलाया जायेगा. इतना ही नहीं बल्कि जनपद के प्रत्येक विकास खण्ड में पचास मास्टर ट्रेनर तैयार किये जायेंगे जो सम्बंधित विकास खण्ड के किसानों को प्राकृतिक खेती का  प्रशिक्षण देंगे. 


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प्राकृतिक खेती के प्रशिक्षण को लेकर चलाया गया कार्यक्रम
जिसकी जानकारी किसान समृद्धि आयोग के सदस्य व लोक भारती के सम्पर्क प्रमुख श्रीकृष्ण चौधरी ने शनिवार को काशी विद्यापीठ ब्लाक के करसड़ा गांव में आयोजित प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान दी. उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण महाभियान सेवापुरी के साथ ही अन्य विकास खण्डों में भी चलाया जायेगा. इसी क्रम में शनिवार को काशी विद्यापीठ के साथ ही आराजीलाइन ब्लॉक के जयापुर व शहंशाहपुर में और पिण्ड्रा ब्लॉक के फूलपुर गांव में कृषि विशेषज्ञों की चार टोलियों के माध्यम से प्राकृतिक खेती का प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया गया. 


कृषि विशेषज्ञों ने सिखाई प्राकृतिक खेती की तकनीक
क्षेत्र के करसड़ा गांव मे कृषि विशेषज्ञों ने उपस्थित किसानों को जीवामृत, घनजीवामृत, दशपर्णी अर्क बनाने की विधि समझाई और किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने की सलाह दी. उप कृषि निदेशक ने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने की अपील की. उप कृषि निदेशक अखिलेश कुमार सिंह ने प्राकृतिक खेती को वाराणसी के किसानों के लिए मील का पत्थर बताते हुए किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने की अपील की. साथ ही विभाग के कृषि प्रसार कार्यकर्ताओं से प्राकृतिक खेती प्रशिक्षण महाभियान को सफल बनाने को कहा. 


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