घनश्याम लोधी ने दिलचस्प बनाई रामपुर की लड़ाई, आजम खान के करीबी आसिम रजा के लिए बड़ी चुनौती
रामपुर के लिए घनश्याम लोधी कोई नया नाम नहीं हैं. घनश्याम लंबे समय से यहां की राजनीति में सक्रिय रहे हैं. लोधी आजम खान के करीबी भी रहे हैं.
रामपुर: रामपुर लोकसभा सीट पर 23 जून को वोटिंग होनी है, जिसके नतीजे 26 जून को आएंगे. इस सीट पर मुकाबला बेहद दिलचस्प बना हुआ है, जहां समाजवादी पार्टी की ओर से आसिम रजा और भारतीय जनता पार्टी ने घनश्याम लोधी चुनावी मैदान में हैं. लोधी कभी आजम खान के करीबी थे. 2022 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने सपा छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया था. रामपुर सीट के लिए सीधी टक्कर भाजपा और सपा के बीच है.
आसिम रजा के लिए बड़ी चुनौती
रामपुर के लिए घनश्याम लोधी कोई नया नाम नहीं हैं. घनश्याम लंबे समय से यहां की राजनीति में सक्रिय रहे हैं. लोधी आजम खान के करीबी भी रहे हैं. बताया जा रहा कि सपा उम्मीदवार आसिम रजा को आजम खान के कहने पर ही प्रत्याशी बनाया है. ऐसे में घनश्याम लोधी आसिम रजा के लिए बड़ी चुनौती हो सकते हैं. रामपुर और आसपास लोधी वोटर्स की संख्या काफी अधिक है. वह लोधी समाज को भाजपा से जोड़ने का काम कर सकते हैं. भाजपा को उम्मीद होगी कि घनश्याम की वजह से जो सपा से जुड़े लोधी वोटर भी भाजपा को वोट करेंगे.
स्व. कल्याण सिंह के थे काफी करीबी
घनश्याम लोधी की राजनीति भारतीय जनता पार्टी से ही शुरू हुई थी. तब वह उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. कल्याण सिंह के काफी करीबी थे. वह भाजपा के जिलाध्यक्ष भी रहे. 1999 में वह भाजपा छोड़कर बसपा में शामिल हो गए और लोकसभा चुनाव भी लड़ा, लेकिन जीत नहीं पाए, जब कल्याण सिंह ने भाजपा छोड़कर राष्ट्रीय क्रांति पार्टी बनाई तो घनश्याम लोधी भी इसमें शामिल हो गए तो 2004 में घनश्याम लोधी को इसका इनाम मिला. राष्ट्रीय क्रांति पार्टी ने समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करके घनश्याम को बरेली-रामपुर एमएलसी सीट से अपना प्रत्याशी बनाया. उन्होंने जीत दर्ज की.
इसके बाद 2009 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले धनश्याम लोधी फिर से बसपा में शामिल हो गए. बसपा ने उन्हें रामपुर से अपना उम्मीदवार भी बनाया, लेकिन वह जीत नहीं पाए. तब समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी और अभिनेत्री जयाप्रदा ने जीत हासिल की थी. चुनाव में मिली हार के बाद 2011 में घनश्याम समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए.
23 जून को होगा चुनाव
गौरतलब है कि 23 जून को रामपुर लोकसभा सीट पर उपचुनाव होना है. रामपुर की सीट 2019 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी के खाते में गई थीं. यहा से आजम खान सांसद बने थे. वहीं, विधानसभा चुनाव जीतने के बाद से यहां की सीट खाली हो गई थीं. आजम खान ने इस्तीफा दे दिया था.
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