लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार अधिकारियों और कर्मचारियों अनुशासनहीनता के खिलाफ कार्रवाई कर रही है, लेकिन अधिकारी अपनी आदतों से बाज आते नजर नहीं आ रहे हैं. ताजा मामला यमुना एक्सप्रेस वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण से सामने आया है. यहां तैनाती से सात महीने बाद भी प्रबंधक बृजेश कुमार अग्रहरी ड्यूटी से नदारद मिले. इस पर कार्रवाई करते हुए औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने उन्हें निलंबित कर दिया है.


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बृजेश कुमार अग्रहरी गोरखपुर औद्योगिक विकास प्राधिकरण में तैनात सहायक प्रबंधक के पद पर तैनात थे. 30 जून 2022 को इनका ट्रांसफर यमुना औद्योगिक विकास प्राधिकरण में कर दिया गया था. स्थानांतरण के बाद जल्द से जल्द उन्हें कार्यभार ग्रहण करने का आदेश दिया गया था. 12 अक्टूबर 2022 को स्थानांतरित अधिकारियों और कर्मचारियों को तत्काल प्रभाव से अपने कार्य की रिपोर्य प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया था. साथ ही इसकी सूचना तत्काल शासन को उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया. सहायक प्रबंधक बृजेश कुमार अग्रहरी ने अपनी रिपोर्ट पेश नहीं की. इसी बीच उनका प्रमोशन भी हुआ, उन्हें 5 जुलाई 2022 को प्रबंधक सिविल के पद पर पदोन्नत किया गया.


मंत्री ने की कार्रवाई


प्रबंधक के पद पर प्रमोशन पाने के बाद भी साहब ड्यूटी से गायब थे. टांसफर के बाद कार्यभार ग्रहण ने करने और अनुशासनहीनता का दोषी पाया गया. इस पर कठोर कार्रवाई करते हुए यूपी सरकार के मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी द्वारा बृजेश कुमार अग्रहरी के निलंबन की कार्रवाई की गई है.


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नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा


औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने कहा कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी द्वारा अनुशासनहीनता और मनमानी को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. ऐसे अधिकारियों और कर्मचारियों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी.


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