Chardham Yatra 2023: श्रद्धालु अब पैदल नहीं 'उड़कर' पहुंचेंगे यमुनोत्री धाम, 15 मिनट में सफर होगा पूरा, जानें सरकार का प्लान!
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Chardham Yatra 2023: श्रद्धालु अब पैदल नहीं 'उड़कर' पहुंचेंगे यमुनोत्री धाम, 15 मिनट में सफर होगा पूरा, जानें सरकार का प्लान!

उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसी क्रम में प्रदेश सरकार ने गुरुवार को यमुनोत्री धाम में रोपवे परियोजना बनाने के लिए एक एमओयू साइन किया है. यह रोपवे खरसाली को यमुनोत्री धाम को जोड़ेगा.

Chardham Yatra 2023: श्रद्धालु अब पैदल नहीं 'उड़कर' पहुंचेंगे यमुनोत्री धाम, 15 मिनट में सफर होगा पूरा, जानें सरकार का प्लान!

हेमकांत नौटियाल/उत्तरकाशी: उत्तराखंड सरकार चारधाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है. इसी क्रम में प्रदेश सरकार ने गुरुवार को यमुनोत्री धाम में रोपवे परियोजना बनाने के लिए एक एमओयू साइन किया है. यह रोपवे खरसाली को यमुनोत्री धाम को जोड़ेगा. रोपवे की शुरूआत होने के बाद श्रद्धालु खरसाली से यमुनोत्री धाम 15 मिनट में पहुंच सकेंगे.

खरसाली से यमुनोत्री तक बनेगा रोपवे
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मौजूदगी में प्रदेश के पर्यटन विभाग ने दो निजी कंपनियों से इस बाबत करार किया है. अब खरसाली से यमुनोत्री धाम तक यात्री रोपवे के माध्यम से यात्रा कर पाएंगे. पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि रोपवे परियोजना के लिए 167 करोड़ रुपये का अनुबंध हो गया है. जल्द ही इस परियोजना का कार्य शुरू हो जाएगा. बता दें कि यह रोपवे बनने से 5.5 किलोमीटर का सफर 15 मिनट में तय होगा. इस रोपवे के माध्यम से एक घंटे में 500 तीर्थयात्री यमुनोत्री धाम पहुंच सकेंगे. रोपवे के एक कोच में आठ लोगों के बैठने की क्षमता होगी. यात्री मनमोहक नजारे का आनंद लेते हुए यमुनोत्री धाम पहुंच सकेंगे. इससे यात्रा बेहद सरल हो जायेगी.

यात्रियों को होगी सुविधा
आपको बता दें कि अभी तक चारधाम के यात्रियों को खरसाली से यमुनोत्री धाम तक छह किलोमीटर की पैदल यात्रा करनी पड़ती है. इस दूरी को तय करने में श्रद्धालुओं को तीन से साढ़े तीन घंटे का समय लगता है. रोपवे के निर्माण होने से श्रद्धालुओं को धाम तक पहुंचने में सुविधा मिलेगी और समय की भी बचत होगी. इस रोपवे की लंबाई 1.5 किलोमीटर होगी. इस रोपवे परियोजना में पार्किंग, आवासीय परिसर और रेस्टोरेंट का निर्माण भी शामिल है. इस रोपवे परियोजना का लोअर टर्मिनल खरसाली में 1.787 हेक्टेयर भूमि पर और अपर टर्मिनल 0.99 हेक्टेयर भूमि पर बनाया जाएगा. खरसाली से यमुनोत्री धाम को रोपवे से जोड़ने की कवायद वर्ष 2010 में शुरू की गई थी.

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