विनय सिंह/गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में 24 जून को लाप‍ता हुए बुजुर्ग के मामले में पुलिस के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है. हालांकि, इस मामले में एक नया मोड़ आ गया है. लापता बुजुर्ग के पड़ोसी के घर के दरवाजे पर फिरौती की मांग को लेकर एक चिट्ठी मिली है. पुलिस के मुताबिक, बुजुर्ग को अपहरण करने वालों ने एक करोड़ रुपये के फिरौती की मांग की है. पुलिस को सूचना देने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई है. हालांकि 60 घंटे बाद भी . पुलिस बुजुर्ग की खोजबीन के साथ आरोपियों की तलाश में जुटी है.


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क्या है पूरा मामला? 
मामला बांसगांव थानाक्षेत्र के बेदौली गांव का है. यहां रहने वाले 72 वर्षीय झब्‍बू यादव 24 जून की रात दो बजे के करीब धान के खेत की रखवाली करने गए थे. उसके बाद से वे लाप‍ता हो गए. परिजनों ने उनकी काफी तलाश की. जब उनका कहीं पता नहीं चला, तो उन्‍होंने थाने में गुमशुदगी दर्ज करा दी. पुलिस ने भी त्‍वरित एक्‍शन लेते हुए सोशल साइट्स और अन्‍य माध्‍यमों से उनकी तलाश के लिए पोस्‍टर चस्‍पा करवा दिए. इसी बीच 26 जून को उनके पड़ोसी के दरवाजे पर एक पत्र मिला. उसमें लिखा है कि झब्‍बू उनके पास हैं. उनको छोड़ने के बदले में एक करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की गई है. पुलिस को सूचना देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है.


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बेटों ने बैंकॉक से जमीन खरीदने के लिए भेजे थे 1 करोड़ रुपये 
एक करोड़ रुपये की फिरौती की सूचना परिजनों द्वारा दिए पर पुलिस सकते में आ गई है. वहीं, पुलिस ने कुछ लोगों का मोबाइल भी सर्विलांस पर लगाया है. फिरौती के लिए लिखी गई चिट्ठी को पुलिस कब्‍जे में लेकर जांच में जुट गई है. हालांकि पुलिस को अभी तक कोई सुराग हाथ नहीं लगा है. झब्‍बू आर्थिक रूप से सन्पन्‍न हैं. उनके तीन बेटे हैं. उनमें से दो बेटे बैंकॉक में रहते हैं. बहू और परिवार के अन्‍य सदस्‍य गांव पर रहते हैं. सबसे छोटा बेटा भी उनके साथ रहता है. जानकारी के मुताबिक, झब्‍बू यादव के बेटों ने बैंकॉक से एक करोड़ रुपये भेजा था, जिससे वे जमीन खरीदने वाले थे. इससे पहले ही वे अचानक लापता हो गए.


एसपी साउथ ने क्या कहा? 
गोरखपुर के एसपी साउथ एके सिंह ने बताया कि बांसगांव के कौड़ीराम चौकी के बेदौली गांव का मामला है. बुजर्ग झब्‍बू यादव का पौत्र 24-25 की रात 12.30 बजे तक उनके साथ था. उसके बाद उसकी दादी जब खेत पर गईं, तो वो वहां पर नहीं मिला. उन्‍होंने बताया कि बुजुर्ग ओझा-सोखा का काम भी करते रहे हैं. कभी-कभार वे लोगों के यहां चले जाते रहे हैं. परिजनों को लगा कि वे कहीं गए हैं और आ जाएंगे. इसके बाद जब वे 25 की सुबह नहीं आए, तो परिजनों ने गोरखपुर रहने वाले पौत्र अजय को बुलाकर थाने भेजा और तहरीर दी.


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कम पढ़े लिखे इंसान की लिखी हुई है चिट्ठी
एसपी एके सिंह ने बताया कि 26 को सुबह पड़ोसी के घर के दरवाजे के सामने एक पत्र मिला है. उसमें एक करोड़ रुपये की फिरौती मांगी गई है. जगह और जमीन का किसी तरह का कोई विवाद नहीं है. इसके बावजूद सभी पहलुओं की छानबीन की जा रही है. उन्होंने बताया कि फिरौती की चिट्ठी कम पढ़े-लिखे इंसान की लिखी हुई है. लिफाफे में फोटो स्‍टेट भेजा गया है. क्‍योंकि बुजुर्ग द्वारा कोई मोबाइल फोन प्रयोग नहीं किया जा रहा था. इसलिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस की मदद ली जा रही है. पोस्‍टर-पम्‍पलेट आदि के माध्‍यम से बुजुर्ग की तलाश की जा रही है. सभी हालात को देखते हुए सबसे पहले बुजुर्ग की सकुशल वापसी का प्रयास किया जा रहा है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.


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