लखनऊ: ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी थ्री में बतौर मुख्य अतिथि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लखनऊ पहुंचे. पीएम मोदी ने राम नगरी अयोध्या में बन रहे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के मॉडल सहित विभिन्न क्षेत्रों के उत्पादों की प्रदर्शनी को देखा. अयोध्या के अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का मॉडल देख पीएम देखकर गदगद हो गए. बता दें कि अयोध्या में बन रहे मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट के रनवे की लंबाई 2200 मीटर और चौड़ाई 45 मीटर होगी. एयरपोर्ट का निर्माण दो चरणों में होगा.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रनवे की लंबाई बढ़ाकर होगी साढ़े तीन हजार मीटर 
आपको बता दें कि दूसरे चरण में रनवे की लंबाई बढ़ाकर साढ़े तीन हजार मीटर की जाएगी. इस हवाई अड्डे पर प्रतिदिन 150 हवाई जहाज के उतरने और उड़ान भरने की क्षमता होगी. यहां तीन एयरक्राफ्ट भी पार्क किए जा सकेंगे. अगले वर्ष मार्च तक अयोध्या में बन रहे अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान शुरू होने की संभावना है. गौरतलब है कि 2017 के पहले यह नान आपरेशनल था.


GBC 3: "हम नीति-नीयत-निर्णय से विकास के साथ हैं", पढ़ें पीएम मोदी की बड़ी बातें


जेवर में बन रहा है देश का सबसे बड़ा अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा
बता दें कि नोएडा के जेवर में देश का सबसे बड़ा अन्तरराष्ट्रीय हवाई अड्डा बनाया जा रहा है. नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर के जेवर में स्थित है. जो दिल्ली से लगभग 80 किमी दूर है. एयरपोर्ट के पहले चरण का विकास 10,050 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से किया जा रहा है.


1300 हेक्टेयर से अधिक भूमि में फैला है जेवर एयरपोर्ट
जेवर एयरपोर्ट 1300 हेक्टेयर से अधिक भूमि में फैला हुआ है और इसका पहला चरण 2024 तक पूरा होने की उम्मीद है. इसकी क्षमता एक वर्ष में लगभग 1.2 करोड़ यात्रियों को संभालने की होगी. सभी चारों चरण पूरा होने के बाद यह क्षमता बढ़कर सात करोड़ यात्रियों तक हो जाएगी. शुरुआत में जेवर हवाअड्डे पर दो हवाई पट्टियां चालू होंगी. अगले एक दशक में इस अन्तरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से एक लाख से अधिक युवाओं को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे.


GBC 3: उद्योगपतियों की पहली पसंद है UP, अडानी और बिड़ला ग्रुप्स ने कहीं ये बड़ी बातें


मथुरा में लगा रहा है ऑक्सीजन प्लांट
मथुरा जिले के कोसी कलां में रोजाना 350 टन ऑक्सीजन का उत्पादन होगा. एयर लिक्विड इंडिया इसके लिए प्लांट लगा रही है. गौरतलब है कि कोरोना काल में आक्सीजन की मांग देश में अचानक बढ़ गई थी. इसको देखते हुए उत्तर प्रदेश खुद को आक्सीजन उत्पादन में आत्मनिर्भर बनने की ओर बढ़ रहा है. मथुरा में बन रहे आक्सीजन प्लांट में मेडिकल और इंडस्ट्रीयल दोनों तरह के आक्सीजन का उत्पादन किया जा सकेगा.


WATCH LIVE TV