गाजीपुर निवासी IAS अधिकारी के कई ठिकानों पर चल रही छापेमारी, CM धामी ने किया ट्वीट
आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस अधिकारी के यहां आईटी और विजलेंस टीम छापेमारी कर रही है. आईएएस अधिकारी डॉ रामविलास यादव यूपी के गाजीपुर के रहने वाले हैं.
आलोक त्रिपाठी/गाजीपुर: आय से अधिक संपत्ति के मामले में आईएएस अधिकारी के यहां आईटी और विजलेंस टीम छापेमारी कर रही है. आईएएस अधिकारी डॉ रामविलास यादव यूपी के गाजीपुर के रहने वाले हैं. उनके सीतापुर रोड लखनऊ स्थित पुरनिया दिलकश विहार रानी कोठी, गुड़म्बा, कुर्सी रोड स्थित जनता विद्यालय में उत्तराखंड विजलेंस ने छापेमारी कर रही है. वहीं, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी इस पूरे मामले में ट्वीट कर भ्रष्ट अफसरों को चेतावनी दी है.
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री ने किया ट्वीट
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट कर कहा- "भ्रष्टाचार के खिलाफ सरकार की कार्रवाई लगातार जारी है. सरकार ने भ्रष्टाचार की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. जिनको की भ्रष्टाचार की शिकायत करनी होगी, उनकी पहचान गुप्त रखी जाएगी."
गाजीपुर के रहने वाले हैं आएएस अधिकारी
आपको बता दें कि अधिकारी गाजीपुर के रहने वाले हैं. इसलिए उत्तर प्रदेश के गाजीपुर, गाजियाबाद समेत उत्तराखंड के सभी ठिकानों पर विजलेंस टीम एक साथ छापेमारी कर रही है. आपको बता दें कि आईएएस रामविलास यादव पर आय से अधिक संपत्ति का तो आरोप है ही, साथ ही भ्रष्टाचार के भी आरोप लगाए गए हैं. जिसको लेकर बिजनेस टीम लगातार छापेमारी कर रही है.
सामाजिक कार्यक्रता की शिकायत पर हो रहा एक्शन
आपको बता दें कि सामाजिक कार्यक्रता हेमंत कुमार मिश्रा की शिकायत पर उत्तराखंड विजलेंस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू की गई है. जिसके तहत ये छापेमारी चल रही है.
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यूपी और उत्तराखंड में केस दर्ज
जानकारी के मुताबिक इसके पहले उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में उनके खिलाफ विजिलेंस ने केस दर्ज किया है. जिसको लेकर अब सख्ती से कार्यवाही की जा रही है. जिसके तहत आज यूपी, उत्तराखंड समेत कई स्थानों पर एक साथ छापेमारी की गई है.
लखनऊ में लंबे समय तक कर चुके हैं काम
बता दें कि आईएएस रामविलास लखनऊ में लंबे समय तक काम कर चुके हैं. वह लखनऊ में पूर्व में लखनऊ विकास प्राधिकरण के सचिव और मंडी परिषद के एडिशन डायरेक्टर रह चुके हैं. फिलहाल, रामविलास वर्तमान में ग्राम विकास विभाग उत्तराखंड में सचिव के पद पर कार्यरत हैं.
वहीं, उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भी लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. इसके पहले भी कई अवसरों पर निलंबन की गाज गिर चुकी है. कई के खिलाफ केस आईटी और बिजनेस जांच कर रही है, लेकिन अब रामविलास यादव पर भी शिकंजा कसता नजर आ रहा है. इस एक्शन से संबंधित अधिकारियों में खलबली मची हुई है.
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