Rapid Rail: रैपिड रेल को मिलेगी रफ्तार, गाजियाबाद से मेरठ की RapidX को मिलेंगे 10 हजार करोड़
Yamuna Authority: यमुना प्राधिकरण परियोजनाओं के लिए बांड के जरिये 10 हजार करोड़ रुपये जुटाने की योजना है. इंफ्रा और म्युनिसिपल बांड जारी किए जाएंगे. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है.
Noida authority : पैसे की कमी से जूझ रही रैपिड रेल परियोजना को जल्द तेज रफ्तार मिलेगी और इससे दिल्ली गाजियाबाद से मेरठ तक चलने वाली रैपिड एक्स परियोजना 2025 के समय पर पूरी हो सकेगी. यमुना प्राधिकरण रैपिड ट्रेन समेत तमाम बड़ी परियोजनाओं के लिए बांड के जरिये 10 हजार करोड़ रुपये जुटा रहा है. इंफ्रा और म्युनिसिपल बांड जारी करने से पहले प्राधिकरण कर्ज जुटाएगा.
क्षेत्र में औद्योगिक पार्क
यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में कई बड़ी परियोजनाएं आ रही हैं. प्राधिकरण क्षेत्र में औद्योगिक पार्क, सूचना प्रौद्योगिकी पार्क, खेल सुविधाएं, प्रमुख सड़कें, पुल, रैपिड ट्रेन, एयरपोर्ट आदि परियोजनाएं चल रही हैं. इन परियोजनाओं के साथ प्राधिकरण को कई सुविधाएं विकसित करनी होंगी. इसके लिए फंड की जरूरत पड़ेगी. अब प्राधिकरण इंफ्रा और म्युनिसिपल बांड जारी करके पैसा जुटाएगा. बांड जारी करने से पहले प्राधिकरण अपनी क्रेडिट रेटिंग करवाएगा और इसकी प्रक्रिया शुरू हो गई है.
ब्याज के 1779 करोड़
हाल ही में प्रदेश सरकार ने बिना ब्याज के 1779 करोड़ रुपये दिए हैं. यमुना प्राधिकरण को सरकार से भी पैसा मिला है. इससे पहले पीएम गति शक्ति योजना के तहत 500 करोड़ रुपये मिले थे. प्राधिकरण का मुनाफा हर साल बढ़ रहा है. पिछले साल 400 करोड़ से अधिक का लाभ हुआ था. इस वित्तीय वर्ष में अब यह आंकड़ा 500 करोड़ रुपये को पार कर चुका है.
ताकत-कमजोरी की पहचान होगाी
यमुना प्राधिकरण के अधिकारियों ने कहा कि क्रेडिट रेटिंग में सेबी द्वारा लाए गए बदलाव को शामिल किया जाएगा. रेटिंग एजेंसी वित्त के प्रबंधन में प्राधिकरण की ताकत और कमजोरियों के क्षेत्रों की पहचान होगी. टर्म लोन के लिए यमुना प्राधिकरण की उधार लेने की क्षमता का भी आकलन होगा.
कंपनी टेंडर
क्रेडिट रेटिंग कराने के लिए यमुना प्राधिकरण ने आरएफपी निकाला है. आठ नवंबर को निकाली गई आरएफी में पांच दिसंबर तक कंपनियां टेंडर जमा कर सकती हैं. सात दिसंबर को तकनकी निविदा खोली जाएगी. इसको लेकर 20 नवंबर को प्री बिड मीटिंग हुई. इसमें लिए दो कंपनियों क्रिसिल और केयर ने क्रेडिट रेटिंग करने में रुचि दिखाई है उन्होंने अपने सुझाव भी दिए थे. प्राधिकरण का कहना है कि अभी और भी कंपनियां आएंगी.
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