लखनऊ : जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा ''हिंदू दूसरी जाति में शादी नहीं करते तो मुस्लिम लड़कियों को क्यों निशाना बना रहे हैं. मदनी ने मुस्लिम लड़कियों के लिए अलग स्कूल बनाए जाने की भी वकालत की है. मदनी ने कहा है कि मुल्क सिर्फ भाईचारे और मोहब्बत से ही जिंदा रहेगा. वरना आज नहीं तो कल बर्बाद हो जाएगा.''


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सोमवार को कासिमपुरा मार्ग स्थित मदनी मैमोरियल पब्लिक स्कूल में आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 17 जनपदों के डेढ़ हजार से अधिक जमीयत के पदाधिकारियों ने शिरकत किया. इसमें मौलाना अरशद मदनी ने कहा '' फलस्तीन-इजरायल युद्ध की वजह से सांप्रदायिकता बढ़ी है. फलस्तीन के लोग अपनी आजादी के लिए लड़ रहे हैं, जबकि इजरायल उन्हें गुलाम बनाना चाहता है. मौलाना मदनी ने कहा ''देश में एक साजिश यह चल रहा है कि मुस्लिम लड़कियों का धर्मपरिवर्तन कराया जा रहा है. यह साफ है कि हिंदू धर्म में एक जाति की शादी दूसरी जाति में नहीं हो सकती तो फिर मुस्लिम लड़कियों को क्यों टारगेट किया जा रहा है. इसलिए मुसलमानों को चाहिए कि वह अपनी बेटियों के लिए अलग से स्कूल कॉलेज की स्थापना करें.''  


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''इस्लामिक रस्म की रक्षा करना जमीयत का मूल मकसद''
जमीयत के प्रांतीय अध्यक्ष मौलाना अशहद रशीदी ने जमीयत की स्थापना के उद्देश्य पर रोशनी डालते हुए कहा ''जमीयत की स्थापना का उद्देश्य राष्ट्र एवं देशसेवा करना और इस्लामिक संस्कारों की रक्षा करना है. उन्होंने कहा की जमीयत लोकतंत्र की मजबूती के लिए मैदान में डटी हुई है.''


आपसी सौहार्द को बढ़ाने पर दिया जोर
जमीयत उलमा-ए-हिंद के सम्मेलन में गाजियाबाद, शामली, सहारनपुर, मुजफ्फरनगर, हापुड़, अलीगढ़, मुरादाबाद, अलीगढ़, मेरठ, बागपत सहित 17 जनपदों से पदाधिकारी शामिल हुए. सभी लोगों ने आपसी सौहार्द को बढ़ावा देने, मतदाता जागरुकता अभियान चलाए जाने, वोटर लिस्टों में नाम जुड़वाने आदि मुद्दों पर खुलकर विचार रखे. अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष मौलाना अशहद रशीदी व संचालन मुफ्ती अशफाक कासमी ने की.


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