अजीत सिंह/जौनपुर: जौनपुर में अवैध ढंग से चल रहे डायग्नोसिस सेंटर पर बड़ी कार्रवाई की गई है. सिटी मजिस्ट्रेट ने शनिवार को नगर के वाजिदपुर तिराहे के पास अवैध रूप से चल रहे आदर्श डाइग्नोस्टिक सेंटर को सील कर दिया. जिला प्रशासन की इस कर्रवाई से हड़कम्प मच गया है. खबर मिलते ही अन्य अवैध डाइग्नोस्टिक सेंटर के संचालक अपनी दुकान का शटर गिराकर भाग निकले. 


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जिले में कई डाइग्नोस्टिक सेंटर सीएमओ विभाग के बाबुओं से मिलकर बाहरी डॉक्टरों की फर्जी डिग्री लगाकर डाइग्नोस्टिक, सेंटर, अल्ट्रासाउंड और सिटी स्कैन समेत अन्य जांच केंद्र खोल रखा है. ऐसा ही एक मामला और सामने आया है. वाराणसी जिले के सिंगरा थाना क्षेत्र के छित्तूपुर के निवासी डॉ आशीष कुमार चट्टोपाध्याय ने डीएम से शिकायत की थी कि जौनपुर के वाजिदपुर तिराहे पर मेरी फर्जी डिग्री लगाकर आदर्श डाइग्नोस्टिक चलाया जा रहा है.


डीएम के निर्देश पर शनिवार को सिटी मजिस्ट्रेट की टीम मौके पर पहुंचकर जांच पड़ताल की तो शिकायत सही मिली. सिटी मजिस्ट्रेट तत्काल उक्त फर्जी डाइग्नोस्टिक सेंटर को सील कर दिया. मीडिया से बातचीत में उन्होंने बताया कि जांच में इस सेंटर के अंडरग्राउंड में अल्ट्रासाउंड और सिटी स्कैन भी मिला है. लेकिन मौके पर कोई डॉक्टर नहीं मिला न ही इसका रजिस्ट्रेशन है.


इस मामले में एडिशनल सीएमओ डॉ राजीव यादव ने बताया आदर्श डाइग्नोस्टिक सेन्टर के डॉक्टर आशीष चट्टोपाध्याय ने यहां काम करने से मना कर दिया है. अब दूसरे डॉक्टर ने अप्लाई किया है. जल्द ही वे सीएमओ कार्यालय से सम्पर्क करने वाले हैं. फिलहाल सिटी मजिस्ट्रेट वाला डायग्नोसिस सेंटर पर छापेमारी के बाद अगल-बगल के डायग्नोसिस सेंटर पर छापेमारी लोग अपनी अपनी सेंटर बंद कर मौके से फरार हो गया. यह सेंटर वाराणसी के सिगरा थाना क्षेत्र छितुपुर के एक डॉक्टर के नाम से रजिस्ट्रेशन करा कर चलाया जा रहा था. इस छापेमारी के बाद लोगों में तरह-तरह की चर्चा का विषय बना हुआ है.