पारस गोयल/मेरठ : इंडियन प्रीमियर लीग यानी आईपीएल 2023 को लेकर तैयारियां शुरू हो गईं. इसी बीच मेरठ में आईपीएल की तर्ज पर जेपीएल यानी जेल प्रीमियर लीग का आयोजन किया जा रहा है. जेपीएल में बंदी और बंदी रक्षक के बीच मुकाबला हो रहा है. अपराध की दुनिया से ताल्‍लुक रखने वाले खुराफाती मैदान में हाथों में बल्‍ला लिए नजर आए. हाथों में बैट बॉल थामे कैदियों में खेल भावना भी दिखी. 


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26 दिसंबर तक होगा आयोजन 
दरअसल, मेरठ के चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में इन दिनों जेपीएल का आयोजन हो रहा है. बुधवार से जेल प्रीमीयर लीग की शुरुआत हो गई है. यह आयोजन आगामी 26 दिसंबर तक जारी रहेगा. जेपीएल के लिए 7 टीमें बनाई गई हैं. इस लीग के अंदर 47 मैच आयोजित किए जाएंगे. मैच के दौरान जबरदस्त रोमांच और खेल भावना नजर आई. कभी चाकू और बंदूक का इस्तेमाल करके आपराधिक वारदातों को अंजाम देकर जेल तक पहुंचने वाले बंदियों ने आज बैट और बॉल को थामा. 


कैदियों की टीम सुपर वॉरियर्स विजयी रही 
जरायम की दुनिया के खिलाड़ियों ने क्रिकेट ग्राउंड में जमकर चौके छक्के लगाए. इस लीग के आयोजन में मुख्य भूमिका निभाई मेरठ जिला कारागार में तैनात जेल अधीक्षक राकेश कुमार और डिप्टी जेलर नवीन यादव ने. बुधवार को खेले गए मैच में बंदियों की टीम सुपर वॉरियर्स ने मैच जीत लिया यानी जरायम की दुनिया में बदनाम होने वाले यह लोग खेल की दुनिया में नाम कमा रहे हैं. 


मानसिक अवसाद से बाहर निकल सकेंगे 
कार्यक्रम के दौरान एडीजी मेरठ जोन राजीव सभरवाल भी मौजूद रहे. जिन्होंने मैच खेल रहे कैदियों को हौंसला अफजाई किया. जेल अधीक्षक राकेश कुमार की माने तो कैदियों को मानसिक अवसाद से बाहर निकालने और उनकी मनोदशा सुधारने के लिए जिला कारागार में जेल प्रीमियर लीग का आयोजन चल रहा है. इसमें बंदी लगातार शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं.