श्रवण शर्मा/शामली: उत्तर प्रदेश के शामली में गुरुवार को कलयुग के श्रवण कुमार देखने को मिले. यहां दो भाई एक तरफ हजारों लीटर गंगाजल और दूसरी तरफ अपनी मां को कांवड़ में बैठा कर शामली पहुंचे. शिव भक्तों ने बताया कि इस यात्रा से उनकी कोई विशेष मन्नत नहीं है. वो अपने मंजिल कस्बा कैराना पहुंच कर अपनी माता के साथ भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करना चाहते हैं. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

हरिद्वार से पहुंचे शामली 
जैसे-जैसे महाशिवरात्रि निकट आती जा रही है.वैसे ही जनपद की सड़कों पर शिवभक्त कावड़ियों की संख्या बढ़ती जा रही है. जहां जनपद की सड़कों पर आज दो अनोखे शिव भक्त कावड़िया देखने को मिलें. जो सावन माह में शिव भक्ति और मातृ भक्ति एक साथ निभाते हुए श्रवण कुमार की तरह अपनी माता को हरिद्वार से गंगाजल के साथ कावड़ में बिठा कर लाते दिखाई दिए.


मां को हुआ बेटों पर गर्व 
अपने बेटों की मातृ भक्ति से उनकी माता बेहद खुश नजर आई और अपने बेटों की जमकर प्रशंसा की. उन्होंने कहा की मुझे अपने दोनों पुत्रों पर बहुत गर्व है और जिस तरह से मेरे पुत्र मुझे हरिद्वार से कावड़ में लेकर आए हैं. मेरे लिए ये बहुत सौभाग्य की बात है. जैसे आज-कल के दौर में बच्चे अपने माता-पिता से अभद्रता करते हैं.वहीं उन्हें मेरे पुत्रों से सीख लेनी चाहिए. 


यात्रा के पीछे नहीं है कोई मन्नत 
शिव भक्तों ने जानकारी देते हुए बताया कि वे पहली बार अपनी माता को कावड़ में बिठाकर हरिद्वार से गंगाजल के साथ आ रहे हैं. जबकि इसके पीछे कोई मन्नत नहीं है. यह केवल अपनी मातृ भक्ति के लिए किया गया है. उन्होंने कहा कि हम ने बीती 3 तारीख को गंगाजल हरिद्वार से उठाया था और महाशिवरात्रि तक हम अपने मंजिल कस्बा कैराना पहुंच कर अपनी माता के साथ भगवान आशुतोष का जलाभिषेक करेंगे. हमें रास्ते में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी नहीं हुई. खास तौर से उत्तर प्रदेश में सरकार द्वारा कावड़ियों के लिए बहुत अच्छे इंतजाम किए गए हैं. 


कांवड़ियों को देख लोगों का लगा तांता 
इस दौरान मात्र भक्ति और शिव भक्ति से ओत प्रोत कावड़ को देखने के लिए शहर की सड़कों पर लोगों का तांता लगा रहा. लोगों ने हरिद्वार से लेकर शामली तक शिव भक्तों का भव्य स्वागत किया. लोगों ने दोनों भाइयों को देख प्रेरणा ली. 


यह भी पढ़े: कांवड़ यात्रा इस पेड़ के नीचे से क्यों नहीं गुजरती, पवित्र जल भी हो जाता है खंडित, जानें क्या है रहस्य


https://zeenews.india.com/hindi/india/up-uttarakhand/religion/why-kanwariya-do-not-pass-under-gular-tree-during-kanwar-yatra-2023-know-sycamore-tree-importance/1776900


WATCH Noida Flood Video: भारी बारिश के चलते यमुना का पानी नोएडा के कई इलाकों में घुसा, बाढ़ जैसे भयावह हालात