Lucknow Court Firing: गैंगस्टर संजीव जीवा की लखनऊ कोर्ट में दिनदहाड़े हत्या, एक और अपराधी का अंत
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Lucknow Court Firing: गैंगस्टर संजीव जीवा की लखनऊ कोर्ट में दिनदहाड़े हत्या, एक और अपराधी का अंत

Sanjeev Jeeva Murder : लखनऊ कोर्ट कैंपस बुधवार को दिनदहाड़े गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठा. गैंगस्टर संजीव जीवा पर लखनऊ कचहरी पर जानलेवा हमला किया गया और उसकी मौके पर मौत हो गई.

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Lucknow Court Firing: लखनऊ कोर्ट में बुधवार को ताबड़तोड़ गोलियां चलीं और गैंगस्टर संजीव जीवा  (Sanjeev Jiva) की हत्या कर दी गई. लखनऊ कोर्ट में शाम 4.30 बजे ताबड़तोड़ गोलियां चलाते हुए संजीव जीवा को गोली मारी गई और फायरिंग में एक बच्ची को भी गोली लगी. उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया. संजीव की पोस्‍टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है. संजीव के शरीर में कुल 6 गोलियां लगी हैं. 

वकील की ड्रेस में आया था बदमाश 
जानकारी के मुताबिक, लखनऊ के कैसरबाग (Lucknow Court) में पास्को कोर्ट के गेट पर वकील की ड्रेस में आए बदमाशों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया. इस फायरिंग में दो सिपाही भी घायल हुए हैं.

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वकीलों का कहना है कि गोलीबारी होते ही पुलिसकर्मी भाग खड़े हुए और वकीलों ने एक बदमाश विजय यादव को पकड़ा. वकीलों ने इसको लेकर नारेबाजी की और कोर्ट के अंदर सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए. हत्यारों ने सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल से जीवा पर गोलियां बरसाई थीं. हत्याकांड के बाद कोर्ट परिसर को सील कर दिया गया है. लखनऊ कोर्ट शूटआउट मामले की गंभीरता समझते हुए स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर (SDG L&O) प्रशांत कुमार ने रात 8.30 बजे के करीब घटनास्थल का निरीक्षण किया.

CM योगी ने लखनऊ कोर्ट शूटआउट मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय SIT गठित की है. एसआईटी एक सप्ताह में जाँच पूरी कर रिपोर्ट देगी. 1. मोहित अग्रवाल -ADG टेक्निकल 2.नीलब्ज़ा चौधरी -JCP क्राइम LKO 3.प्रवीण कुमार - IG रेंज अयोध्या 

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खबरों के मुताबिक, अपराधी विजय यादव ने गैंगस्टर संजीव जीवा की हत्या कराई है, उसे पकड़ लिया गया है. विजय यादव जौनपुर का रहने वाला है. गैंगस्टर जीवा केअन्य हत्यारोपियों की पहचान भी कर ली गई है. पुलिस की जानकारी के मुताबिक, विजय यादव और संजीव जीवा के बीच लंबी रंजिश रही है. जौनपुर के किराकट का रहने वाला विजय यादव के अपराधी घात लगाकर बैठे थे और जैसे ही संजीव जीवा को सुनवाई के लिए लाया गया, तभी उस पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी गईं और वो वहीं ढेर हो गया. 

बुलेट प्रूफ जैकेट न पहनना जानलेवा साबित हुआ
सूत्र बताते हैं कि हार्डकोर क्रिमिनल संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा को हमेशा बुलेट प्रूफ जैकेट पहनाकर लाया जाता कोर्ट में पेशी पर. संजीव जीवा बुलेट प्रूफ जैकेट पहन कर आता था आज नहीं पहना था सुबह उसे पहनने के लिए कहा गया. जिस बच्चे को गोली लगी है उस बच्ची का नाम लक्ष्मी है, लखनऊ के बख्शी तालाब की रहने वाली है बच्चे की उम्र डेढ़ साल है. जो सिपाही घायल हुए हैं उनका नाम लाल मोहम्मद और कमलेश कुमार है. एससी एसटी विशेष कोर्ट में पेशी पर लाया गया था. 

कृष्णानंद राय हत्याकांड में था आरोप
संजीव जीवा कृष्णानंद राय हत्याकांड में आरोपी था.वो मुन्ना बजरंगी और मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता है. संजीव जीवा पर दिनदहाड़े कोर्ट कैंपस में गोली मारी गई औऱ मौके पर ही उसकी मौत हो गई. लखनऊ कोर्ट कैंपस को लेकर बदमाशों के इस हमले से फिर सनसनी फैल गई है. प्रयागराज हत्याकांड के करीब चार महीने बाद इस हत्याकांड से सनसनी मच गई है. इस घटना में जो बच्ची घायल है, उसका नाम लक्ष्मी है, उसकी उम्र डेढ़ साल बताई जा रही है. 

किसी मुकदमे में घायल बच्‍ची आई थी कोर्ट 
बताया गया कि हमले में घायल डेढ़ वर्षीय लक्ष्मी अपनी माता नीलम अर्पिता के साथ कोर्ट आई थी. बच्‍ची का केजीएमयू में उपचार चल रहा है. उसकी स्थिति स्थिर बताई जा रही है. एक मुकदमे के सिलसिल में वह कोर्ट आई थी. 

पहली बार बिना बुलेट प्रूफ ले आया गया था 
वहीं, संजीव जीवा की सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ जैकेट को लेकर कोई आदेश कोर्ट द्वारा पुलिस को नहीं दिया गया था. पहली बार संजीव को बिना बुलेट प्रूफ जैकेट के लाई थी. पेशी के लिए उसकी सुरक्षा में 
दो दरोगा, 3 हेड और 5 सिपाही तैनात थे. 

बताया जा रहा है कि वकीलों के भेष में पहुंचे अपराधियों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया है. बताया जाता है कि एक अपराधी को पकड़कर पुलिस केसरबाग पुलिस थाने ले गई है. घायल बच्ची को अस्पताल ले जाया गया है, जहां उसकी हालत अभी गंभीर बताई जाती है. 

संजीव जीवा मुजफ्फरनगर का रहने वाला था. वो मुख्तार अंसारी, मुन्ना बजरंगी औऱ भाटी गैंग के लिए काम करता था. उसके खिलाफ तीन दर्जन के करीब मामले दर्ज बताए जाते हैं. 

संजीव जीवा की पत्नी पायल माहेश्वरी ने कुछ दिनों पहले ही अपने पति की जान का खतरा बताते हुए सुरक्षा की गुहार लगाई थी. उसकी सुरक्षा इसके बाद बढ़ाई भी गई थी, लेकिन कोर्ट कचहरी के भीतर हुए हमले ने दहशत फैला दी है. 

मुख़्तार शूटर संजीव माहेश्वरी उर्फ़ जीवा को जब पेशी पर लाया जाता था तो भारी सुरक्षा व्यवस्था और बुलेटप्रूफ जैकेट में लाया जाता था. लेकिन आज उसकी मौत आई थी, शायद इसीलिए संजीव जीवा ने आज बुलेट प्रूफ जैकेट नहीं पहना था. सुबह उसे पहनने के लिए कहा गया तो उसने कहा कि गर्मी है, नहीं पहनेंगे.

जीवा की सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ़ जैकेट को लेकर कोई आदेश कोर्ट द्वारा पुलिस को नहीं दिया गया था.दो दरोगा 3 हेड और 5 सिपाही कुल 10 आदमी ड्यूटी लगाए गए थे. सुबह 8:00 बजे लोग जेल से लेकर निकले हैं और न्यायालय आए हैं. बाहर बैठकर कोर्ट में पुलिसकर्मी जज द्वारा बुलाए जाने का इंतजार कर रहे थे, तभी ये घटना हुई.

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लखनऊ कोर्ट कैंपस में हुए हमले में दो सिपाही भी घायल हुए हैं. इसमें एक का नाम लाल मोहम्मद बताया जाता है. बताया जाता है कि कृष्णानंद राय हत्याकांड में संजीव भाटी इस कदर शामिल था कि उसने तत्कालीन विधायक की गाड़ी पर चढ़कर एके-47 से ताबड़तोड़ 27 गोलियां बरसाई थीं. इसमें कृष्णानंद राय समेत कई लोग मारे गए थे. कृष्णानंद राय हत्याकांड )Krishnanad Rai Hatyakand) में अभी मुख्तार अंसारी (Mukhtar Ansari) समेत कई लोगों को सजा हुई है. 

वकीलों (Advocate) का कहना है कि काले कोट और सफेद पैंट में कई अपराधी अंदर आए थे. लेकिन सवाल है कि कड़ी सुरक्षा के बावजूद बदमाश कैसे हथियार लेकर अंदर आए. संजीव जीवा के हत्यारोपी कैसे बेखटके कड़ी सुरक्षा में बंद गैंगस्टर तक पहुंच गए. वकीलों का कहना है कि प्रयागराज में अतीक अहमद (Atique Ahmed) और अशरफ (Ashraf Ali) की इसी तरह मीडियाकर्मियों की वेशभूषा में आए बदमाशों ने हत्या कर दी थी, लेकिन इससे कोई सबक नहीं सीखा गया. वकीलों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ लखनऊ कोर्ट में नारेबाजी भी की है. 

उधर, कचहरी में हत्या के बाद UP DGP विजय कुमार ने सख्त आदेश दिए हैं. सभी जिला कोर्ट में तत्काल सुरक्षा बढ़ाने के आदेश दिए गए हैं. डीजीपी विजय कुमार ने सभी जिलों में आदेश जारी किया है. कोर्ट परिसर में संदिग्धों की चेकिंग भी शुरू की गई है. पुलिस,मेटल डिटेक्टर और दूसरे उपकरण भी लगाए जाएंगे और उनकी जांच की जाएगी. सभी बार एसोसिएशन से समन्वय स्थापित करने को कहा गया है. 

 

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