Prayagraj News: माफिया अतीक और अशरफ की हत्या के बाद भी उसके गुर्गे बाज नहीं आ रहे हैं. राजूपाल हत्याकांड की गवाह के भाई से माफिया अतीक के गुर्गे मुबारक और उसके तीन अन्य साथियों पर 50 लाख की रंगदारी मांगने का आरोप लगा है.
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मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या के बाद भी उसके गुर्गों की दबंगई का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. ताजा मामला बीएसपी विधायक राजू पाल हत्याकांड की गवाह रुखसाना के भाई नूर अख्तर से जुड़ा है. नूर अख्तर से माफिया अतीक अहमद के गुर्गे मुबारक और उसके तीन अन्य साथियों ने 50 लाख की रंगदारी मांगी है. रंगदारी नही देने पर जान से मारने की धमकी का आरोप लगाया है.
'पचास लाख दो वर्ना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना'
करैली थाने की पुलिस पीड़ित नूर अख्तर की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है. पीड़ित के मुताबिक वह गेहूं में सिंचाई के लिए अपने खेत में जा रहा था, तभी मुबारक और उसके तीन अन्य साथियों ने उसे रोककर 50 लाख रुपए की डिमांड की. कहा तुम लोगों की शिकायत पर प्रशासन ने उसका घर गिराया उसकी भरपाई के लिए पचास लाख रुपए की रंगदारी देनी होगी, वर्ना अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना होगा.
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पीड़ित ने पुलिस से की शिकायत
माफिया अतीक के गुर्गों की धमकी से डरे सहमे नूर अख्तर ने मामले की शिकायत करेली पुलिस से की है. पुलिस ने पीड़ित की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया है, और आरोपियों की तलाश की जा रही है.
राजू पाल हत्याकांड में चश्मदीद है पीड़ित की बहन
बीएसपी विधायक राजू पाल की 25 जनवरी 2005 को गोली मारकर हत्या की गई थी. हत्याकांड का आरोप अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ और उसके गुर्गों पर लगा था. राजू पाल हत्याकांड की चश्मदीद गवाह करेली के बख्शी मोड़ा निवासी रुखसाना भी है. कई बार रुखसाना ने भी राजू पाल हत्या मामले में गवाही से पीछे हटने के लिए माफिया अतीक के गुर्गों पर धमकाने का आरोप लगा चुकी है.
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पीडीए ने ध्वस्त किया था अवैध निर्माण
वहीं अब रुखसाना के भाई नूर अख्तर ने भी मुबारक पर धमकी और रंगदारी का आरोप लगाया है. दरअसल मुबारक बक्शी मोड़ा का ग्राम प्रधान भी रहा है. मुबारक के खिलाफ कई मामले पहले से दर्ज हैं, वह करेली थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है. साल 2020 में उसके अवैध निर्माण पर प्रयागराज विकास प्राधिकरण ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्तीकरण की कार्रवाई भी की थी.
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