अमित त्रिपाठी/महाराजगंज: आज पूरे देश में जहां शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है. वहीं, उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जनपद में सूदखोरों से परेशान होकर एक शिक्षक ने आत्महत्या कर ली. साथ ही सुसाइड नोट लिखकर तीन लोगों को अपनी मौत का जिम्मेदार बताया है. पुलिस सुसाइड नोट के आधार पर मामले की छानबीन में जुट गई है. इस घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है. 


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महाराजगंज जिले के बृजमनगंज थाना क्षेत्र के झांगपार गांव निवासी शिवकुमार धानी ब्लाक क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय करमहा में प्रधानाध्यापक पद पर तैनात थे. रविवार को घर पर तगादा करने आए कुछ लोगों से कहासुनी के बाद वह घर से विद्यालय पर कुछ कागजी कार्रवाई की बात कहकर निकले, लेकिन घर नहीं लौटे. देर शाम तक स्वजन उनकी खोजबीन करते रहे. इसी बीच देर रात को पुलिस को सूचना देते हुए ग्रामीणों के साथ स्वजन विद्यालय पर पहुंचे तो पाया कि गेट के समीप ही उनकी बाइक खड़ी है. 


प्रधानाध्यापक कक्ष की तरफ बढ़े तो पाया कि प्रधानाध्यापक कक्ष का दरवाजा अंदर से बंद था. दरवाजा तोड़ने पर देखा तो प्रधानाध्यापक वहीं कमरे में मृत अवस्था पड़े हुए थे. वहीं बगल में एक सुसाइड नोट भी मिला. सुसाइड नोट में मृत शिक्षक ने तीन लोगों पर आरोप लगाते हुए कहा है, कि उनसे उन्होंने दो लाख रुपये उधार लिए थे. जिसके बदले उनको विभिन्न किस्तों में अबतक सात लाख रुपये दे चुका हूं. इसके बावजूद वह हमारे चेक के माध्यम से हमें प्रताड़ित कर रहे हैं. जिसके चलते मैं आत्महत्या कर रहा हूं. जिसके जिम्मेदार यही तीनों लोग हैं.


सीओ ने बताया कि देर रात दरवाजा तोड़कर शव को विद्यालय से बरामद किया गया है. शव के पास से बरामद सुसाइड नोट के आधार पर जांच पड़ताल की जा रही और शव को पोस्टमार्टम भेज कर तफ्तीश शुरू कर दी गई है.