Makar Sankranti 2023: त्रेतायुग से गोरखनाथ मंदिर में खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा, जानिए नेपाली नागरिकों के लिए क्यों है खास?
Gorakhnath Temple: मकर सक्रांति के मौके पर गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ मंदिर में नेपाल के श्रद्धालुओं द्वारा खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा को लेकर बड़ी संख्या में नेपाली श्रद्धालुओं गोरखपुर पहुंचते हैं. इसको लेकर तैयारियां जोरों पर हैं.
महाराजगंज: मकर सक्रांति के मौके पर गोरखपुर के गुरु गोरखनाथ मंदिर में त्रेतायुग से खिचड़ी चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है. यहां लाखों की संख्या में मकर सक्रांति के दिन श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाने गोरखनाथ मंदिर में पहुंचते हैं. इनमें नेपाल के श्रद्धालुओं भी शामिल होते हैं. ऐसी मान्यता है कि मंदिर में नेपाल के राजा की खिचड़ी सबसे पहले चढ़ती है. इसके बाद बाकी श्रद्धालु खिचड़ी चढ़ाते हैं. ऐसे में नेपाली श्रद्धालु भारी संख्या में खिचड़ी चढ़ाने के लिए महराजगंज जनपद के सोनौली सीमा के रास्ते गोरखपुर के लिए जाते हैं जिसको देखते हुए इस बार भी नेपाली श्रद्धालुओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.
खिचड़ी चढ़ाने को लेकर सोनौली सीमा पर तैयारियां पूरी
गोरखनाथ मंदिर में आयोजित होने वाले खिचड़ी मेले को देखते हुए नेपाली यात्रियों की सुविधाओं की विशेष व्यवस्था की जा रही है. इस बार के मेले में यात्रियों की सुविधा के लिए सोनौली डिपो में रोडवेज की बसों की संख्या बढ़ा दी गई है. वहीं, नौतनवा से गोरखपुर के लिए स्पेशल ट्रेन भी चलाई जा रही है, ताकि श्रद्धालुओं के आवागमन में किसी भी तरह की दिक्कत न हो.
जिलाधिकारी ने दी जानकारी
इस मामले में रोडवेज के अधिकारी ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मेले को देखते हुए सोनौली डीपो में अतिरिक्त बसों की संख्या बढ़ा दी गई हैं. 17 जनवरी तक श्रद्धालुओं को लगातार बसे मिलेंगी. इस मामले में जिलाधिकारी सतेंद्र कुमार ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि खिचड़ी मेले में गोरखनाथ मंदिर में भारी संख्या में नेपाली लोग पूजा करने पहुंचते हैं. इसको लेकर भारत नेपाल की सोनौली सीमा पर नेपाली श्रद्धालुओं के लिए सभी व्यवस्था की गई हैं. साथ ही साथ पुलिस और मजिस्ट्रेट की टीमें लगाई गईं हैं, जिससे नेपाली यात्रियों को कोई दिक्कत न हो.
मकर संक्रांति पर्व को लेकर नेपाली श्रद्धालुओं में भी उत्साह
आपको बता दें कि खिचड़ी मेले को लेकर नेपाली नागरिक काफी उत्साहित हैं. उन्होंने बताया कि गुरु गोरखनाथ मंदिर उनकी आस्था का प्रतिक है. इसलिए हर साल लोग मकर सक्रांति पर खिचड़ी चढ़ाने गोरखनाथ मंदिर परिवार के साथ पहुंचते हैं. उन्होंने बताया कि गोरखनाथ मंदिर में नेपाल के राजा की खिचड़ी सबसे पहले चढ़ाने की परंपरा रही है. इससे उनका जुड़ाव और भी बढ़ जाता है.
इसको लेकर नेपाल के विधायक संतोष पांडे ने कहा कि भारत और नेपाल का रोटी-बेटी का संबंध है. नेपाल के लोग मकर संक्रांति का पर्व बहुत ढंग से मनाते है. नेपाली लोगों की बाबा गोरखनाथ में आस्था और सीएम योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री होने के कारण भारत और नेपाल के संबंध और मजबूत होंगे. खास बात ये है कि इस बार पहले से भी कहीं ज्यादा लोग नेपाल से गोरखपुर खिचड़ी चढ़ाने जाएंगे.