सुल्तानपुर: भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा (BJP National President JP Nadda) ने बीते दिनों नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी (BJP's National Executive) की घोषणा की थी. भाजपा की नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मेनका गांधी (Maneka Gandhi), उनके पुत्र वरुण गांधी (Varun Gandhi) और वरिष्ठ नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी (Subramanian Swamy) को शामिल नहीं किया गया. इसके राजनीतिक कयास लगाए जाने लगे. चूंकि वरुण और स्वामी ने हाल के दिनों में बगावती तेवर अपना रखा है. वहीं मेनका गांधी भी अक्सर विवादों में बनी रहती हैं. ऐसा माना गया कि भाजपा ने इन सभी को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल न करके संदेश दे दिया है कि अनुशासन में रहने पर ही सम्मान मिलेगा, वरना आपके लिए रास्ते खुले हैं.


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इस मुद्दे पर सुल्तानपुर की भाजपा सांसद मेनका गांधी से जब पूछा गया तो उन्होंने कहा कि कार्यकारिणी बदलना पार्टी का हक है, इसमें चिंता करने जैसी कोई बात नहीं. उन्होंने खुद या बेटे वरुण के किसी और दल का रुख करने की संभावना को सिरे से खारिज कर दिया. मेनका ने मीडिया से बातचीत में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी से बाहर होने के सवाल पर कहा, ''न मुझे कोई फर्क पड़ा, न और किसी को कोई फर्क पड़ा है. यह कोई बड़ी चीज नहीं है. हर वर्ष कार्यकारणी बदली जाती है, यह बदलना पार्टी का हक है.''


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मेनका गांधी ने आगे कहा, ''मैं 25 साल से भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में थी. अगर पार्टी ने कार्यकारिणी बदलने का फैसला किया तो कौन सी बड़ी बात है. नए लोगों को मौका मिलना चाहिए, इसमें कोई चिंता करने की बात नहीं.'' मेनका गांधी सोमवार को अपने संसदीय क्षेत्र सुल्तानपुर के दौरे पर थीं. उन्होंने कई गांवों का दौरा कर लोगों से सीधा संवाद स्थापित किया, उनकी समस्याएं जानी. उन्होंने एक किसान की शिकायत पर देहली बड़ौदा ग्रामीण बैंक शाखा के प्रबंधक को धन वापसी के निर्देश दिए. किसान ने 20,000 रुपए के कर्ज के बदले 16 माह में 12000 के ब्याज की वसूली करने का आरोप बैंक पर लगाया था.


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गौरतलब है कि मेनका गांधी के पुत्र और पीलीभीत से भाजपा सांसद वरुण गांधी ने इन दिनों ट्विटर पर अपनी ही पार्टी और सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है. वह लगातार ऐसे ट्वीट कर रहे हैं, जिससे पार्टी और सरकार पर विपक्षियों को निशाना साधने का मौका मिल रहा है. तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के समर्थन से लेकर लखीमपुर खीरी में हुई घटना में पार्टी और योगी सरकार के खिलाफ ट्वीट कर वरुण ने अपने बगावती तेवर दिखाए हैं. भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बीते दिनों वरुण गांधी से मुलाकात भी कर चुके हैं. 


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