कौशांबी: कौशांबी जिले में पुलिस ने रविवार को घोघपुर गांव से कार सवार एक युवक को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने कार से एक बड़े बैग में बड़ी संख्या में नॉट फॉर सेल लिखे इंजेक्शन, सिरप और टैबलेट बरामद करने का दावा किया है. इस मामले में एफआईआर दर्ज कर पुलिस अब उन कर्मचारियों का पता लगाने में लगी है, जिन्होंने सरकारी दवाएं खुले बाजार में बेचने के लिए युवक को दिया है. ड्रग इंस्पेक्टर ने बरामद दवाओं का सैंपल जांच के लिए प्रयोगशाला भेज दिया है.


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नॉट फॉर सेल की दवाएं हो रही थीं सेल
पश्चिमशरीरा कोतवाली के फजीपुर अषाढा गांव निवासी अंशुमान वर्मा करारी-पश्चिमशरीरा रोड स्थित अषाढ़ा चौराहे पर मेडिकल स्टोर संचालित करता है. बताया जाता है कि अंशुमान शनिवार को अपनी कार से नॉट फॉर सेल लिखी दवाएं लेकर महेवाघाट इलाके के ग्रामीण क्षेत्रों में सप्लाई करने जा रहा था. इस दौरान घोघपुरवा चौराहे के पास पुलिस फोर्स के साथ वाहन चेकिंग कर रहे महेवाघाट इंस्पेक्टर रोशन लाल ने अंशुमान की कार को रोक लिया. कार की तलाशी लेने पर पुलिस को कार में छिपाकर रखे गए एक बैग में सरकारी दवाएं मिलीं. बरामद दवाओं में ज्यादातर सर्दी, खासी, पेट दर्द, बुखार को ठीक करने के हाई एंटीबायोटिक इंजेक्शन, टैबलेट और सिरप हैं. सूचना के बाद मौके पर ड्रग इंस्पेक्टर पहुंचे. 


ड्रग इंस्पेक्टर ने दी जानकारी
इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर दिव्य प्रकाश मौर्या ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि सरकारी दवाओं की बड़ी खेप निजी मेडिकल स्टोर के संचालक के पास से मिली है. दवाओं पर नॉट फॉर सेल लिखा हुआ है. एक्सपायरी डेट भी सही है. दवाओं का नमूना जांच के लिए लखनऊ भेज दिया गया है. वहीं, पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया है. 


अपर पुलिस अधीक्षक ने दी जानकारी
इस मामले में अपर पुलिस अधीक्षक ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि थाना महेवाघाट में एक कार से नॉट फॉर सेल और कुछ सरकारी दवाएं पकड़ी गईं हैं. इसकी जांच की जा रही है. सरकारी दवाओं की अनुमानित कीमत एक लाख से ऊपर की बताई जा रही है. इसकी सही कीमत मेडिकल विभाग बताएगा. आरोपी से पूछताछ की जा रही है कि वह, ये दवाएं कहा से लाता था. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.