मिर्जापुर: मिर्जापुर के एक स्कूल में कक्षा-2 में पढ़ने वाले सोनू की एक हरकत पर स्कूल प्रिंसिपल को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने बच्चे का एक पैर पकड़ कर उसे बाल्कनी से नीचे उल्टा लटका दिया. इसी फोटो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इंटरनेट पर तहलका मच गया. इसके बाद डीएम ने इस मामले का संज्ञान लिया और स्कूल संचालक को हिरासत में ले लिया गया. वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने भी बीते शुक्रवार नोटिस जारी कर संचालक से जवाब मांगा था.


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बाकी बच्चे भी सहम गए
पुलिस की कार्रवाई पर थाने में लाए जाने के बाद प्रधानाध्यापक थाना अहरौरा पुलिस द्वारा स्कूल के संचालक मनोज विश्वकर्मा ने माना कि उनसे गलती हुई है और उन्हें इसका अफसोस है. गुरुवार को जब प्रिंसिपल के इस कृत्य की फोटो वायरल हुई तो लोगों ने इस प्रकार के दंड दिए जाने की कड़ी निंदा की. बताया गया कि इस दौरान तमाम छोटे बच्चे मौके पर मौजूद थे और सोनू की चीख-पुकार सुन सहम गए. 


पिता की तहरीर पर दर्ज हुआ केस
बेसिक शिक्षा अधिकारी ने मामले को संज्ञान में लेकर कानूनी कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कराने का आदेश दिया था. उन्होंने कहा कि अहरौरा थाना में सद्भावना शिक्षण संस्थान स्कूल के संचालक/प्रबन्धक पर छात्र सोनू को शरारत करने पर सजा के तौर पर छत से उल्टा लटका कर अमानवीय व्यवहार किया गया. इसके संबंध में छात्र के पिता रणजीत यादव की तहरीर के आधार पर थाना अहरौरा में जुवेनाइल एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया. बता दें, पुलिस ने गुरुवार रात संचालक को हिरासत में लिया था. साथ ही, विद्यालय की मान्यता निरस्त करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी.


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संचालक ने जताया अफसोस
हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने पर मनोज विश्वकर्मा कि हेकड़ी निकल गई और अपनी इस हरकत को गलत बताते हुए उन्होंने अफसोस जताया.


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