Mulayam Singh Yadav Death: इन 5 बीमारियों से जूझ रहे थे मुलायम सिंह यादव, आज कह दिया दुनिया को अलविदा
Mulayam Singh Yadav Death: मुलायम सिंह के निधन के बाद समाजवादी परिवार के साथ पूरे देश में शोक की लहर डूब गई है...यूपी में तीन दिन के राजकीय शोक का ऐलान किया गया है..
Mulayam Singh Yadav Death: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के पूर्व सीएम और समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के संस्थापक मुलायम सिंह यादव (Mulayam Singh Yadav) का सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital) में निधन हो गया. मुलायम सिंह के निधन के बाद समाजवादी परिवार के साथ पूरे देश में शोक की लहर डूब गई है. बता दें कि तीन महीने पहले उनकी पत्नी साधना गुप्ता (Sadhana Gupta) का भी निधन हो गया था. मुलायम सिंह यादव के निधन की जानकारी देते हुए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मेरे आदरणीय पिता जी और सबके नेता जी नहीं रहे.
इन परेशानियों से जूझ रहे थे मुलायम
किडनी इन्फेक्शन
यूरिन इन्फेक्शन
सांस लेने में दिक्कत
कम ऑक्सीजन लेवल
लो ब्लड प्रेशर
मुलायम सिंह यादव दो साल से बीमार चल रहे थे. परेशानी अधिक बढ़ने पर उन्हें अक्सर हॉस्पिटल में भर्ती कराया जाता रहा.
अगस्त 2020 से अक्टूबर 2022 उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ा.
26 सितंबर 2022 - आखिरी बार चेकअप के लिए मुलायम सिंह यादव मेदांता गुरुग्राम पहुंचे थे. तब से वे आखिर तक वहीं भर्ती थे.
5 सितंबर 2022-मुलायम सिंह को मेदांता में भर्ती कराया गया था. इलाज के बाद उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था.
13 अगस्त 2022-मेदांता में भर्ती कराया गया था.
24 जून 2022 - रूटीन चेकअप के लिए मुलायम सिंह यादव मेदांता गए थे. तबीयत खराब होने पर उन्हें 2 दिन के लिए भर्ती किया गया था.
15 जून 2022 -मुलायम मेदांता में भर्ती हुए थे. जांच के बाद उन्हें उसी दिन डिस्चार्ज कर दिया गया था.
1 जुलाई 2021 - मुलायम सिंह यादव की तबीयत बिगड़ी थी, तब उन्हें मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
अक्टूबर 2020 - मुलायम कोरोना पॉजिटिव भी हो गए थे, हालांकि उन्होंने वैक्सीन लगवाई थी.
अगस्त 2020 -पेट दर्द के चलते मेदांता में भर्ती कराए गए थे. जांच में यूरिन इन्फेक्शन का पता चला था.
बेहद शानदार रहा राजनीतिक करियर
मुलायम सिंह यादव का राजनीतिक करियर बेहद शानदार रहा है. 1977 में वह पहली बार जनता पार्टी से यूपी के मंत्री बने थे.1989 में वह पहली बार उत्तर प्रदेश के सीएम बने. इसके बाद 1993 और फिर 2003 दूसरी और तीसरी बार सीएम पद पर काबिज हुए. मुलायम सिंह ने 1992 में समाजवादी पार्टी की स्थापना की थी और 1993 में बसपा के साथ मिलकर सरकार बनाई थी. बेटे अखिलेश यादव के समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष चुने जाने के बाद वह इसके संरक्षक की जिम्मेदारी निभा रहे थे. मुलायम सिंह यादव फिलहाल लोकसभा में मैनपुरी सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे थे.
सीएम योगी ने नेता जी के निधन पर जताया शोक
सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव के निधन पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने शोक जताया है. सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के संस्थापक श्री मुलायम सिंह यादव जी का निधन अत्यंत दुखदाई है. उनके निधन से समाजवाद के प्रमुख स्तंभ एवं संघर्षशील युग का अंत हुआ है. ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति की कामना एवं शोकाकुल परिजनों एवं समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं है.
यूपी में तीन दिन राजकीय शोक
मुलायम सिंह यादव जी के निधन पर उत्तर प्रदेश सरकार 3 दिन के राजकीय शोक की घोषणा करती है. सीएम योगी ने कहा कि उनका अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा.