Navratri 2022: शारदीय नवरात्रि शुरू हो चुकी है. आज नवरात्रि का दूसरा दिन है. ऐसे में देवी मां के मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ है. देवी का हर मंदिर अपने आप में खास है. ऐसा ही एक मंदिर रामनगरी अयोध्या (Ayodhya Famous Mandir) में हैं. यह मंदिर शक्तिपीठों में से एक माना जाता है. हम बात कर रहे हैं जालपा देवी मंदिर की. मान्यता है कि यहां सती मां के चरण गिरे थे. यही वजह है कि आज भी यहां पिंड के स्वरूप के ऊपर चरण मौजूद हैं. हालांकि, इसका कोई उल्लेख नहीं मिलता है. 


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कहां स्थित है मंदिर? 
यह मंदिर राम जन्मभूमि से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. यहां पर मां दुर्गा की छोटी प्रतिमा और मां के चरण विराजमान हैं. दूर-दूर से भक्त नवरात्रि में देवी मां का दर्शन करने आते हैं. अयोध्या की नगर देवी के रूप में जाने जानी वाली मां जालपा देवी मंदिर को बंदी देवी के रूप में भी जाना जाता है. 


मान्यता है कि यदि कोई किसी बंधन में फंसा हुआ है, तो मां के चरणों में खुद को समर्पित करने से उसे सभी बंधनों से मुक्त कर देती हैं. यह भी कहते हैं कि अगर कोई भक्त कोर्ट-कचहरी से परेशान है, तो मां बंदी देवी के सामने हाजिरी लगाने से उसको सभी प्रकार के मुकदमों से मुक्ति मिल जाती है. इतना ही नहीं बल्कि मां के दर्शन करने से फांसी तक की सजा माफ हो जाती है. ऐसे किसी बंधन में बंधे होने वाले लोगों को मां के दर्शन से मुक्ति मिल जाती है. 


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झूठे मुकदमों से मिलती है निजात
देवी का दर्शन करने आई एक भक्त के अनुसार, यदि कोई कर्ज में डूबा हुआ है और आर्थिक रूप से परेशान है, तो वह जालपा मंदिर आकर मां के सामने अरदास लगाते हैं. ऐसा करने से मां उन्हें कर्ज से मुक्ति दिलती है. वे भक्त जिनका विवाह नहीं हो रहा है, जिनको झूठे मुकदमे में परेशान किया जाता है, वह मां से प्राथना करें तो उनको झूठे केसेस से मुक्ति मिल जाती है. 


मंगलवार को खुद बजरंगबली आते हैं दर्शन करने
मां जालपा देवी मंदिर में आम मंदिरों की अपेक्षा मंगलवार के दिन देवी भक्तों की खासा भीड़ रहती है. दरअसल, कहा जाता है कि मंगलवार के दिन खुद भगवान हनुमान मां के दर्शन करने के लिए आते हैं. अनादि काल से इनकी मान्यता है. 


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नई बहू कोई भी कार्य शुरू करने से पहले करती है मां के दर्शन
मां जालपा देवी मंदिर में नवरात्रि के दिन भोर 4 बजे से भक्तों की भीड़ उमड़ती है. इस मंदिर की एक विशेषता यह भी है कि कोई भी भक्त मंदिर के गर्भ गृह में जाकर मां का दर्शन और पूजन कर सकता है. बंदी देवी जालपा मंदिर में दर्शन करने आई एक भक्त के मुताबिक, यहां पर कोई भी मन्नत मांगिए, तो वह पूरी होती है. इसके लिए आपको यहां पर चुनरी में गांठ लगाकर मन्नत मांगनी होगी. शहर के किसी भी घर में जब नई नवेली बहू आती है, तो सबसे पहले जालपा मंदिर में मां के सामने शीश नवाती, यह रिवाज है. मां के दर्शन के बाद ही बहू घर में कोई कार्य शुरू करती है. ऐसा करना शुभ माना जाता है. 


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