विशांत श्रीवास्तव/वाराणसी: वाराणसी- NEET सॉल्वर गैंग मामले में गिरोह के सरगना के खिलाफ पुलिस को अहम जानकारी हाथ लगी है. जांच में पता चला है कि PK का असली नाम नीलेश सिंह है और वह छपरा, बिहार का रहने वाला है. यह भी पता चला है कि वह पटना में 4 मंजिला आलीशान मकान में रहता है और महंगी गाड़ियों का शौकीन है. फिलहाल, पीके उर्फ नीलेश सिंह परिवार सहित फरार चल रहा है. इतना ही नहीं, आस-पड़ोस के लोगों से बात करने पर मालूम हुआ है कि वह अपने आप को डॉक्टर बताता था. 


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अभी और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं
फिलहाल, नीलेश सिंह पुलिस के राडार पर पहली बार आया है. वहीं, यह भी माना जा रहा है कि इस केस में जल्द और गिरफ्तारियां हो सकती हैं. इसके लिए वाराणसी पुलिस ने त्रिपुरा पुलिस से भी संपर्क साधा है.


आरोपियों के पास से मिलीं ये चीजें
गौरतलब है कि इस धांधली में सॉल्वर गिरोह के दो और लोगों को शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. यह गिरफ्तारी वाराणसी कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच और सारनाथ थाने की पुलिस टीम ने डूडा ऑफिस के पास से की है. दोनों आरोपियों के पास से NEET एग्जाम से संबंधित कैंडिडेट्स के एजुकेशनल डॉक्यूमेंट्स, फोटो, आधार कार्ड और एडमिट कार्ड के अलावा 2 मोबाइल और 1 लैपटॉप भी मिला है. बता दें, इस मामले में अब तक 6 आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ चुके हैं.


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ऐसे गिरोह में जोड़ता था और लोग
शनिवार को पकड़े गए एक आरोपी से पूछताछ करने पर सामने आया कि वह 3 साल पहले खगड़िया से पटना आया था, जहां वह गिरोह के सरगना PK से मिला. उस समय PK ने उसे नीट एग्जाम में बैठकर एग्जाम सॉल्व कर पैसे कमाने की तरकीब बताई थी. उसने कहा था कि सॉल्वर के तौर पर तुम्हारी नौकरी लगवा दूंगा, बहुत पैसे मिलेंगे. गैंग में अभी और भी कई लोग शामिल हैं. पीके और उसके साथियों की तलाश पुलिस कर रही है.


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