Noida Authority: नए साल में नोएडा को हेलीपोर्ट की सौगात, जानें क्या है प्राधिकरण का प्लान?
जो कंपनी टेंडर को जीतेगी आगामी 30 साल तक वही इस हेलीपोर्ट का संचालन करेगी. हेलीपोर्ट का निर्माण कार्य पीपीपी (Public–private partnership) मॉडल पर किया जाएगा. यानी इसमें सरकारी और निजी कंपनी की बराबर भागीदारी होगी.
गौतमबुद्धनगर: दिल्ली से सटे नोएडा को जेवर एयरपोर्ट के बाद अब जल्द ही हेलीपोर्ट (Heliport) की सौगात मिलेगी. शहर के सेक्टर 151-ए में जल्द ही हेलीपोर्ट बनाया जाएगा. इसके लिए नोएडा प्राधिकरण (Noida Authority) की ओर से ग्लोबल टेंडर जारी कर दिया गया है. जनवरी के शुरुआत हफ्तों में एक मीटिंग कर इस हेलीपोर्ट का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा. यह हेलीपोर्ट बनने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. इसके साथ ही यहां के कारोबार को भी नई रफ्तार मिलेगी और रोजगार भी बढ़ेगा.
पीपीपी मॉडल पर बनाया जाएगा Heliport
जानकारी के मुताबिक जो कंपनी टेंडर को जीतेगी आगामी 30 साल तक वही इस हेलीपोर्ट का संचालन करेगी. हेलीपोर्ट का निर्माण कार्य पीपीपी (Public–private partnership) मॉडल पर किया जाएगा. यानी इसमें सरकारी और निजी कंपनी की बराबर भागीदारी होगी. इसे 9.35 एकड़ जमीन पर बनाया जाएगा. जिसके निर्माण में 43.13 करोड़ रुपये का खर्च आने की संभावना है. बताया जा रहा है कि काम शुरू होने के 1 साल के अंदर यह हेलीपोर्ट बनाकर तैयार कर लिया जाएगा. इस हेलीपोर्ट के 500 वर्ग मीटर में एक टर्मिनल बिल्डिंग बनाई जाएगी, जिसे 20 आने और 20 जाने वाले यात्रियों के हिसाब से बनाया जाएगा. इसके अतिरिक्त यहां जरूरत पड़ने पर एयर एंबुलेंस का भी यहीं से इस्तेमाल हो सकेगा.
यह होंगी सुविधाएं
सेक्टर 151-ए में बनने वाले हेलीपोर्ट में इलेक्ट्रिक सब स्टेशन, फायर स्टेशन, चारदीवारी, आंतरिक सड़कें और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट भी बनाए जाएंगे. इसके अलावा यहां 5 बेल 412 हेलीकॉप्टरों को खड़ा किया जा सकेगा. इतना ही नहीं देश के सबसे बड़े एमआई-172 हेलिकॉप्टर को किसी भी इमरजेंसी में यहां से संचालित किया जा सकेगा. यहां एक साथ 6 हेलिकॉप्टर खड़े किए जा सकेंगे. इसके साथ ही यहां हेलीकॉप्टर मरम्मत की सुविधा भी होगी. वहीं नोएडा प्राधिकरण के अधिकारी का कहना है कि अभी हेलीपोर्ट की सुविधा केवल दिल्ली में ही है, लेकिन अब नोएडा में हेलीपोर्ट बनने के बाद आने वाले समय में नोएडा का महत्व बढ़ेगा.
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