Nuh Violence : हरियाणा के नूंह में हुए हिंसक झड़प की तस्‍वीरें और वीडियो सामने आने लगे हैं. इन तस्‍वीरों और फुटेज को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि नूंह में हिंसा किस कदर प्रायोजित और भड़काई गई थी. यहां उपद्रवियों के हिंसा फैलाने का उद्देश्‍य ना सिर्फ नूंह को अशांत करना बल्कि एक पक्ष को निशाना बनाकर उनकी दुकानों में लूटपाट करना था. वीडियो फुटेज देखकर लग रहा है कि नाबालिग बच्‍चों के हाथों में पत्‍थर देकर उन्‍हें हथियार के रूप में इस्‍तेमाल किया गया.   


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

नाबालिग बच्‍चों के हाथों में थमा दिया पत्‍थर 
तस्‍वीरों में दिख रहा है कि नूंह में हिंसा किस कदर प्रायोजित और भड़काई गई थी कि दंगाइयों की भीड़ में 8 साल के छोटे बच्चे से लेकर 15 साल के बच्‍चे शामिल थे. दंगाइयों को हिंसा तो फैलानी ही थी पर लूटपाट भी करनी थी. दंगाइयों की पहचान ना हो पाए इसलिए CCTV कैमरे भी तोड़ने लगे थे. 


अलवर दिल्‍ली हाईवे पर दर्जनों वाहनों में आगजनी 
जी न्‍यूज की ग्राउंड रिपोर्ट ने कई चेहरे को बेनकाब कर दिया है. इसमें कुछ 15 से 17 साल या उससे कुछ बड़े हिंसक लड़कों की भीड़ दिखाई दे दी है, जो अलवर दिल्ली हाईवे पर पथराव और दर्जनों गाड़ियों को आग के हवाले करने के बाद हाथों में डंडे और पत्थर लिए शहर को अशांत करने, लूटपाट और आगजनी करने के लिए नूंह बाजार की ओर बढ़ रही है. 


इस हद तक भड़काया गया कि बन गए पत्‍थरबाज 
वहीं, एक अन्‍य वीडियो में बमुश्किल 7 से 8 साल का लड़का दिखाई दे रहा. हैरानी की बात यह है कि भारत का भविष्य कौन तैयार कर रहा है, किसने इनको इस हद तक भड़काया कि ये जरा-जरा से बच्चे भी पत्थरबाजी और लूटपाट पर उतारू हो गए. वहीं, और फुटेज में दिख रहा है कि एक प्रतिष्ठान के गेट पर बिना शर्ट के मुंह बांधे हुए लड़का आता है और पत्थर से गेट जोर से हिलाकर तोड़ने का प्रयास करता है ताकि आगजनी और लूट मचाई जा सके. फिर ये हल्की नीली रंग की शर्ट पहने दंगाई गेट पर डंडे से ताबड़तोड़ प्रहार करता है फिर ये तीसरा लड़का बड़ा पत्थर फेंक कर गेट पर मारता है और हत्था तोड़ देता है और उसी हत्थे से गेट और ताले पर प्रहार करना शुरू कर देता है. 


Watch: नूंह के दंगाई कैमरे में कैद, देखें कैसे नाबालिगों को हथियार बनाकर हिंसा भड़काई गई