नई दिल्ली. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी यूपी में अपनी राजनीतिक जमीन मजबूती से तैयार करने में लगे हैं. अपनी इस मंशा का मुजाहिरा उन्होंने ZEE मीडिया के कॉनक्लेव Building New India UP के मंच से कराया. यूपी में प्रभावी सभी दलों पर उन्होंने हमले बोले. समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) को भी जमकर आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि सपा ने यूपी में क्या किया. यहां बहुत बार फसाद हुए, मुजफ्फरनगर का फसाद हुआ, आजादी और पार्टीशन के बाद अगर पचास हजार लोग बेघर हुए तो इनके ही राज्य में हुए. समाजवादियों ने कोई इंसाफ नहीं किया. उनकी वजह से यूपी के दंगा-फसाद पीड़ितों के हजार केसेज खत्म हो चुके हैं. योगी सरकार ने मुजफ्फरनगर दंगों के 77  केस विदड्रॉल कर लिए. इसमें बीजेपी के बड़े-बड़े लीडर शामिल हैं. अपने खिलाफ चल रहे केस को विदड्रॉल कर लिया. अब आप बताइए, ऐसे में कैसे इंसाफ होगा. बाबरी मस्जिद के क्रिमिनल ट्रायल का फैसला आता है तो यह सरकार अपील नहीं करती. इस हिसाब से आप देखेंगे तो किसी पार्टी की ओर से मुसलमानों से इंसाफ नहीं हो रहा है.


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जब एंकर ने ओवैसी से सवाल किया कि आप भारतीय जनता पार्टी के नेताओं से इतने तीखे सवाल पूछते हैं और ये सपा-बसपा वाले आपको भाजपा की ही बी टीम बताते हैं, ऐसा क्यों? इसका जवाब देते हुए ओवैसी ने कहा कि मुस्लिमों के मामले में सपा, बसपा और बीजेपी एक हो जाते हैं. कोई पार्टी नहीं चाहती कि मुसलमानों की एक पॉलिटिकल लीडरशिप बने. मुसलमानों का एंपावरमेंट हो. हमको इन बी टीम बोलने वालों से कोई फर्क नहीं पड़ता. हमको चाहे जो बोलेंगे, हमको गाली देंगे हमारा हौसला बढ़ता जाएगा.


हिंदू मरता है तो 50 लाख और मुस्लिम के मरने पर कोई पूछता तक नहीं- ओवैसी
 
अखिलेश यादव के पांच एमपी जीते हैं तीन तो मुस्लिम बाहुल्य इलाके करते हैं से जीते हैं और खुद मुलायम सिंह यादव की मेजोरिटी कम होती हैं मैनपुरी में हमको भी टीम बोलने वालों का यह हाल है हम को कोई फर्क नहीं पड़ता.


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