स्टार पहलवान बजरंग पुनिया ने कॉमनवेल्थ गेम्स-2022 में रेसलिंग में भारत को पहला गोल्ड दिलाया. कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अब भारत की पदकों की संख्या 26 पहुंच गई. भारत ने 9 गोल्ड, 8 सिल्वर और 9 ब्रॉन्ज मेडल जीते हैं.
आपको बता दें कि बजरंग का यह कॉमनवेल्थ गेम्स में लगातार दूसरा गोल्ड मेडल है.
फाइनल मुकाबले में साक्षी ने कनाडा की एना गोंडिनेज गोंजालेस को करारी शिकस्त देते हुए स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा.
बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में बेटी साक्षी मलिक ने महिलाओं की 62 किलोग्राम भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीता.
अंशु ने पहली कॉमनवेल्थ गेम्स में हिस्सा लिया है. अंशु ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 57 किलोग्राम भार वर्ग में तीन में से दो मैच केवल 64 सेकेंड में जीते थे.
भारतीय महिला पहलवान अंशु मलिक ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता.
दीपक ने अपने करियर की शुरुआत पांच साल की उम्र में कर दी थी. उन्होंने अर्जुन अवार्डी वीरेंद्र सिंह छारा के नेतृत्व वाले एक अखाड़े से करियर शुरू किया था.
कॉमनवेल्थ गेम्स में दीपक पुनिया ने पाकिस्तानी पहलवान मोहम्मद इनाम बट को हराकर बाजी मारी है. कॉमनवेल्थ गेम्स के 8वें दिन देर रात दीपक ने 86 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कैटेगरी में सोने का तमगा हासिल किया.
भारतीय पहलवान मोहित ग्रेवाल ने 125 किलोग्राम फ्रीस्टाइल कैटेगरी में ब्रॉन्ज मेडल जीता. उन्होंने मैच में जमैका के आरोन जॉनसन को हराकर ब्रॉन्ज मेडल जीता.
कांस्य पदक जीतने के बाद पहलवान मोहित ग्रेवाल ने कहा, "मेरी तैयारी गोल्ड की थी, लेकिन कांस्य मिला है. अगली बार मेरा टारगेट गोल्ड ही रहेगा और लेकर आऊंगा. मैंने ठान लिया था कि भारत के लिए मेडल जरूर लेकर जाना है. मैं एशियन गेम्स के लिए तैयारी करूंगा."
दिव्या काकरान ने महिलाओं के 68 किलो वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल के प्लेऑफ मुकाबले में टोंगा की टाइगर लिली को केवल 26 सेकंड में हराकर ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया.
वहीं, कांस्य पदक जीतने के बाद भारतीय पहलवान दिव्या काकरान ने कहा, "कॉमनवेल्थ में यह मेरा दूसरा कांस्य पदक है. मैं इस बार गोल्ड जीतना चाहती थी, लेकिन नहीं कर सकी. मैं कड़ी मेहनत करना जारी रखूंगी और आगामी प्रतियोगिताओं में अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी."