Ganga Dussehra 2022: ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की दशमी को गंगा दशहरा मनाया जाता है. ऐसी मान्यता है कि भगीरथ की घोर तपस्या के बाद इस दिन मां गंगा पृथ्वी पर अवतरित हुईं थी. आज सुबह से ही चित्रकूट, त्रिवेणी संगम और हरिद्वार सहित सभी गंगा घाटों में स्नान के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी गई. इन photos में देखें घाटों की खूबसूरती का अद्भुत नजारा.....
धार्मिक नगरी चित्रकूट को तीर्थो का तीर्थ कहा जाता है. भगवान राम की तपोस्थली चित्रकूट में गंगा दशहरा का वही मह्त्व है, जो प्रयाग और काशी में है. गंगा दशहरा के पावन अवसर पर चित्रकूट कि पतित पावनी मन्दाकिनी गंगा में लाखों श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाकर गंगा दशहरा का पुण्य लाभ प्राप्त कर रहे हैं.
प्रयागराज में त्रिवेणी संगम तट पर श्रद्धालु गंगा दशहरा के मौके पर आस्था की डुबकी लगा रहे हैं. कोरोना काल के बाद यह पहला मौका है, जब कोई पाबंदी नहीं है, ऐसे में दूर दूर से लाखों की संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान करने पहुंच रहे हैं.
पतित पावनी मां गंगा के अवतरण दिवस पर हरिद्वार में श्रद्धालुओं की भीड़ देखी जा रही है. देश के कोने-कोने से श्रद्धालु आज के दिन पुण्य लाभ पाने के लिए गंगा में स्नान कर रहे हैं. हरिद्वार के हर की पैड़ी के साथ ही अन्य घाटों पर आज सुबह से ही स्नान शुरू हो गया.
गंगा दशहरा के अवसर पर कन्नौज के मेहंदी घाट पर गंगा स्नान के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा. हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने मेहंदी घाट पहुंच कर स्नान किया.
बरेली में गंगा दशहरा के दिन हजारो श्रद्धालुओं ने राम गंगा में डुबकी लगाई. ऐसी मान्यता है कि आज के दिन गंगा स्नान करने से दस पापों से मुक्ति मिलती है. सूर्योदय के साथ ही राम गंगा घाट पर हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने पहुंच कर स्नान किया.
गंगा दशहरे के शुभ अवसर पर अमरोहा के बृजघाट गंगा धाम में स्नान करने के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचे. इस मौके पर प्रशासन की ओर से भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे.