आगरा : पुलिस भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने के आरोप में बर्खास्‍त हुए सिपाही और उसके भाई की संपत्ति कुर्क की जाएगी. बहरहाल दोनों भाई अभी फरार चल रहे हैं. दोनों के खिलाफ पिछले साल जुलाई महीने में सिंदरा थाना क्षेत्र में मामला दर्ज किया गया था. दोनों परीक्षा एक ही भाई ने दी थी. प्रशिक्षण के दौरान एक भाई नेत्रपाल को बर्खास्त कर दिया गया.


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पुलिस ने नोटिस चस्‍पा किया 
न्‍यायालय ने दोनों भाइयों के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है. अब आगरा पुलिस दोनों भाइयों की संपत्ति कुर्क करेगा. इससे पहले रविवार को उनके घर पुलिस ने नोटिस चस्‍पा किया. इस दौरान बड़ी संख्‍या में पुलिस बल तैनात रहा. 


यह है पूरा मामला 
बता दें कि अक्टूबर 2018 में पुलिस भर्ती की परीक्षा आयोजित की गई थी. यह भर्ती आरक्षी पदों पर थीं.इसमें गांव मल्हू थाना मगोर्रा जिला मथुरा निवासी सगे भाई पालेंद्र सिंह और नेत्रपाल सिंह भी शामिल हुए. पालेंद्र सिंह ने लिखित परीक्षा 27 जनवरी 2019 को शांतनु एंग्लो वैदिक इंटर कालेज, गुरु रामदास नगर गैलाना रोड में दी थी. 


एक ही भाई ने दो बार दी परीक्षा 
वहीं, नेत्रपाल सिंह की लिखित परीक्षा 28 जनवरी 2019 को गौतम ऋृषि इंटर कालेज दीपनगर में हुई थी. दोनों भाई भर्ती हो गए. नेत्रपाल प्रशिक्षण पर चला गया. पालेंद्र भी जाने की तैयारी कर रहा था. इसी दौरान पुलिस भर्ती बोर्ड को उनकी धांधली की शिकायत मिली. बोर्ड ने जांच में पाया कि पालेंद्र सिंह की जगह नेत्रपाल ने लिखित परीक्षा और शारीरिक दक्षता परीक्षा दी थी. परीक्षा तिथि के दोनों अभ्यर्थियों के फोटोग्राफ एक ही व्यक्ति नेत्रपाल के थे. शारीरिक दक्षता परीक्षा के समय दोनों अभ्यर्थियों द्वारा केंद्र पर भरे गए प्रपत्रों का हस्तलेख भी एक जैसा था.


बर्खास्‍तगी के बाद से दोनों भाई फरार चल रहे 
धांधली के साक्ष्य मिलने पर नेत्रपाल को प्रशिक्षण के दौरान ही बर्खास्त कर दिया गया. मामले में अनु सचिव उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड, रश्मि रानी की ओर से जुलाई 2022 में सिकंदरा थाने में अभियोग दर्ज कराया गया था. इसके बाद से दोनों आरोपित फरार हैं.  


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