आलोक त्रिपाठी/कानपुर देहात : प्रयागराज में होने वाले माघ मेले को सुंदर बनाने के लिए योगी सरकार लगातार प्रयास कर रही है. इसी कड़ी में गंगा की जलधारा को स्वच्छ बनाए रखने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं. यही वजह है कि कानपुर देहात की 18 फैक्ट्रियां को 24 दिन बंद रखने का आदेश दिया गया है. शाही स्नान को देखते हुए देखते हुए फैक्ट्रियों का प्रदूषित पानी को रोकने के लिए आदेश जारी किया गया है.


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उल्लेखनीय है कि कानपुर देहात में कई फैक्ट्रियों में उत्पादन के बाद बचा तरल कचरा ट्रीटमेंट के बाद पानी के माध्यम से नालों में जाता है. यह नाले रिंद, सेंगुर व नोन नदी से जुड़े हैं. रिंद व नोन यमुना में मिलकर संगम में गंगा से मिली है. जिले में कुल 18 जल प्रदूषणकारी फैक्टरियां संचालित हैं.  


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संगम की जलधारा होगी स्वच्छ 
इन फैक्ट्रियों से निकलने वाला पानी मानकों के अनुरूप शोधित नहीं हो पाता है. जिसके चलते संगम में पानी काला दिखता है. शाही स्नान के दौरान देश व विदेश के लाखों श्रद्धालु डुबकी लगाते हैं. संगम की जलधार स्वच्छ निर्मल रहे इसके लिए फैक्ट्रियों का गंदा पानी पहले से रोक दिया जाता है. अपर मुख्य सचिव पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन अनुभाग-7 ने 18 जल प्रदूषणकारी इकाइयों का दूषित पानी रोकने का आदेश दिया है.


विभाग ने दिया नोटिस
क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी आशुतोष पांडेय ने बताया कि शासनादेश के अनुसार 18 जल प्रदूषणकारी इकाइयों को नोटिस दी गई है. इस साथ ही निगरानी समिति भी बनाई गई है. यह 18 फैक्ट्रियों व अन्य छोटी पानी बहाने वाली फैक्टरियों की निगरानी की जाएगी. शाही स्नान के दौरान ये फैक्ट्री संचालित मिली तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.