बाराबंकी के गरीब बच्चे भी अब बनेंगे IAS और IPS, दूसरे कंपटीशन को भी करेंगे बीट, सीएम योगी की पहल से चमकेगा भविष्य
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बाराबंकी के गरीब बच्चे भी अब बनेंगे IAS और IPS, दूसरे कंपटीशन को भी करेंगे बीट, सीएम योगी की पहल से चमकेगा भविष्य

बाराबंकी के जिला समाज कल्याण अधिकारी एसपी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की इस पहल से जिले के बच्चों को फ्री में उच्च श्रेणी की शिश्रा मिल रही है. 

बाराबंकी के गरीब बच्चे भी अब बनेंगे IAS और IPS, दूसरे कंपटीशन को भी करेंगे बीट, सीएम योगी की पहल से चमकेगा भविष्य

नितिन श्रीवास्तव/बाराबंकी: हर साल देश में लाखों की संख्या में छात्र सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करते हैं. यूपीएससी की परीक्षा पास करना हर किसी का सपना होता है. हर साल सैकड़ों की संख्या में उम्मीदवार अपने इस सपने को कड़ी मेहनत से सच कर दिखाते हैं और यूपीएससी के मैदान में फतह प्राप्त करते हैं, लेकिन लाखों छात्र विभिन्न स्थानों पर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे होते हैं. ऐसे में एक सच यह भी है कि अनगिनत छात्र कोचिंग की महंगी फीस को जमा करने लायक नहीं होते, जिसके चलते वह अच्छी पढ़ाई नहीं कर पाते और काबिल होते हुए भी अपना सपना पूरा नहीं कर पाते.

ऐसे ही छात्रों के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने बड़ी पहल करते हुए मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत अभ्युदय कोचिंग सेंटर की शुरुआत की है, जहां आईएएस, पीसीएस, नीट और इंजीनियरिग के अलावा एनडीए, सीडीएस और दूसरी सैन्य सेवाओं तथा पुलिस भर्ती से जुड़ी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग की सुविधा दी जा रही है. इस योजना के तहत 282 दिन की कक्षाओं के बल पर छात्र- छात्राओं को सिविल सेवा समेत दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार किया जाएगा.

जिले के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक किए गए शामिल 
मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत बाराबंकी जिले में भी अभ्युदय कोचिंग सेंटर की शुरुआत हो चुकी है. यहां कोचिंग जवाहरलाल नेहरू पीजी कॉलेज (जनेस्मा) और डीएवी कॉलेज के कैंपस में संचालित हो रही है. कोचिंग में आईएएस, पीसीएस, नीट और इंजीनियरिग के अलावा एनडीए, सीडीएस और दूसरी सैन्य सेवाओं तथा पुलिस भर्ती से जुड़ी परीक्षाओं की भी विषय विशेषज्ञों द्वारा तैयारी करवाई जा रही है. इन शिक्षकों के पैनल में आशीष पाठक और ताजुद्दीन खान जैसे जिले के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक शामिल किये गए हैं.

एडीएम राकेश कुमार सिंह बनाए गए नोडल 
कोचिग सेंटर के नोडल बाराबंकी के एडीएम राकेश कुमार सिंह बनाए गए हैं. कोचिंग में यूपीएससी के 131 और नीट के 36, जेईई के 18 और एनडीए, सीडीएस के 13 अभ्यर्थी अभ्युदय कोचिंग सेंटर के लिए चयनित हैं, इनकी अलग-अलग कक्षाएं चल रही हैं. कोचिंग में प्रवक्ता के अलावा जिला स्तरीय अधिकारी अभ्यर्थियों को पढ़ा रहे हैं और अपने अनुभवों को भी साझा कर रहे हैं. सप्ताह में एक दिन जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी और एसडीएम भी यहां बच्चों को पढ़ा रहे हैं। यह कोचिंग सेंटर शाम साढ़े तीन बजे से साढ़े छह बजे तक संचालित हो रही हैं.

वहीं, मुख्यमंत्री अभ्युदय योजना के तहत जिले में शुरू हुई अभ्युदय कोचिंग सेंटर में पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं का कहना है कि सीएम योगी की इस पहल से उनको काफी लाभ मिल रहा है. आर्थिक तंगी या दूरी की वदह से वह लोग अच्छी कोचिंग नहीं कर पा रहे थे. ऐसे में इस कोचिंग से उनकी पढ़ाई का सपना पूरा हो रहा है. छात्र-छात्राओं के मुताबिक पढ़ाई के साथ-साथ कोचिंग में जिले के बड़े अधिकारी भी पढ़ाने के लिए आते हैं, जिससे उनके अनुभव की भी जानकारी होती है. इसके अलावा इन छात्र-छात्राओं को पढ़ा रहे शिक्षक डॉ. राजेश कुमार गुप्ता और ताजुद्दीन खान ने भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इस पहल की सराहना की है. शिक्षकों का कहना है कि गरीब तबके के बच्चों के लिये यह कोचिंग एक सुनहरे अवसर की तरह है.

बाराबंकी के जिला समाज कल्याण अधिकारी एसपी सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री की इस पहल से जिले के बच्चों को फ्री में उच्च श्रेणी की शिश्रा मिल रही है. उन्होंने बताया कि अभ्युदय कोचिंग में जिले के सर्वश्रेष्ठ शिक्षक पढ़ा रहे हैं. साथ ही जिले के बड़े अधिकारी भी क्लास लेते हैं. ऐसे में बच्चों को सफलता मिलना निश्चित है.

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