प्रयागराज जंक्शन के वेटिंग रूम में सामूहिक नमाज पढ़ने वालों पर होगी कार्रवाई, एसपी रेलवे ने दिए निर्देश
Prayagraj Junction: सार्वजनिक जगहों पर किसी भी धार्मिक क्रिया करने पर पूरी तरीके से पाबंदी है. इसके बावजूद गुरुवार को प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक के वेटिंग रूम के अंदर सामूहिक रूप से तीन वक्त की नमाज पढ़ी गई. मामला तूल पकड़ने के बाद एसपी रेलवे सिद्धार्थ शंकर मीणा ने जांच के आदेश दिए हैं.
मो. गुफरान/प्रयागराज: प्रयागराज जंक्शन (Prayagraj Junction Namaz Controversy) के वेटिंग रूम में सामूहिक रूप से नमाज पढ़ने का मामला तूल पकड़ने के बाद एसपी रेलवे सिद्धार्थ शंकर मीणा ने जांच के आदेश दिए हैं. सीओ जीआरपी से एसपी रेलवे ने रिपोर्ट तलब की है. सामूहिक रूप से प्रयागराज जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक के वेटिंग रूम में नमाज पढ़ने को लेकर एसपी रेलवे ने जांच के आधार पर कार्रवाई की बात कही है. इसके साथ ही स्टेशन पर तैनात जीआरपी और आरपीएफ के जवानों द्वारा वेटिंग रूम में सामूहिक नमाज पढ़ने वालों को नहीं रोकने पर भी जांच रिपोर्ट मांगी गई है. एसपी रेलवे के मुताबिक, जांच रिपोर्ट के आधार पर सार्वजनिक जगह पर नमाज पढ़ने वालों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
21 बच्चों का किया गया रेस्क्यू
बता दें कि "बचपन बचाओ आंदोलन" चलाने वाली संस्था की सूचना पर महानंदा एक्सप्रेस ट्रेन से 21 बच्चों को जीआरपी और आरपीएफ की टीम ने रेस्क्यू किया था. रेस्क्यू के बाद जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक के वेटिंग रूम में सभी से बाल कल्याण समिति की टीम पूछताछ कर रही थी. बच्चों के साथ मौजूद गर्जियन के तौर पर मौलाना से भी पूछताछ की गई. इसी दौरान नमाज का टाइम होने पर सामूहिक रूप से वेटिंग रूम में नमाज पढ़ी. जिसका वीडियो सामने आने के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया है.
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वहीं, ट्रेन से उतारे गए 21 नाबालिग बच्चों को लेकर बाल कल्याण समिति जांच कर रही है. एसपी रेलवे ने कहा कि बाल कल्याण समिति की रिपोर्ट जैसे ही मिलेगी, उसी के आधार पर मामले में आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि रेलवे पुलिस को सूचना मिली थी कि बिहार से बच्चों को बाल मजदूरी के लिए मानव तस्करी कर लाया जा रहा है. जिसके बाद "बचपन बचाओ आंदोलन" चलाने वाली संस्था की सूचना पर इन बच्चों को रेस्क्यू किया गया था. मानव तस्करी समेत अन्य पहलुओं को लेकर चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने बच्चों से पूछताछ की है. प्राइमरी जानकारी में पता चला है कि 21 बच्चों में से 15 फतेहपुर के एक मदरसे में पढ़ने के लिए बिहार से लाए गए थे. जबकि 6 बच्चों की घर की माली हालत ठीक नहीं होने के चलते मजदूरी के लिए दिल्ली जा रहे थे.
जांच रिपोर्ट के बाद होगी कार्रवाई
एसपी रेलवे सिद्धार्थ शंकर मीणा का कहना है कि मामले में बाल कल्याण समिति की टीम मानव तस्करी समेत अन्य सभी पहलुओं पर जांच कर रही है. जो रिपोर्ट मिलेगी उसी के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, स्टेशन के वेटिंग रूम में सामूहिक नमाज पढ़ने को लेकर भी सीओ जीआरपी से जांच तलब की गई है. सामूहिक रूप से सार्वजनिक जगह पर नमाज पढ़ने की अनुमति किन परिस्थितियों में दी गई है इसकी जांच रिपोर्ट मिलने के बाद जल्द कार्रवाई की जाएगी.
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