मो.गुफरान/प्रयागराज: संगमनगरी प्रयागराज में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा में राजनीतिक कनेक्शन सामने आया. जिले के अटाला इलाके में हुई हिंसा मामले में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम (AIMIM) के जिला अध्यक्ष शाह आलम (Shah Alam) का नाम प्रमुख रूप से सामने आया है. जिसके बाद शाह आलम का बयान सामने आया है.


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शाह आलम पर शुक्रवार की हुई हिंसा में उपद्रवियों को उकसाने का आरोप है. एमआईएम जिलाध्यक्ष शाह आलम का नाम सामने आने के बाद उन्होंने जी मीडिया से खास बातचीत में खुद को निर्दोष और बेगुनाह बताया है. एम आईएम जिलाध्यक्ष शाह आलम ने कहा है कि इस घटना से उनका और उनकी पार्टी के लोगों का कोई वास्ता नहीं है. उन्होंने प्रशासन को पूरा सहयोग करने की बात कही है.  शाह आलम ने कहा है कि यह एक सोची समझी साजिश के तहत उनके नाम को शामिल कराया गया है. हम हमेशा समाज में सामंजस्य और सौहार्द के लिए काम करते हैं.


शाह आलम ने किया खंडन
आपके लोगों ने उपद्रव किया या आपके इशारे पर ये किया गया पर शाह आलम ने खंडन करते हुए कहा कि जो सबूत प्रशासन के पास है तो दे दें. हमारे खिलाफ एक भी सबूत नहीं मिलेगा. हम किसी भी तरह से इस उपद्रव में शामिल नहीं हैं. समाज में प्रशासन हमारे लिए काम करता है और समाज का हिस्सा है. हम किसी भी जरूरत पर प्रशासन का सहयोग करेंगे.


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अतीक अहमद के करीबी हैं शाह आलम 
शाह आलम की अगर बात करें तो वह एमआईएम पार्टी का जिला अध्यक्ष है और गुजरात के साबरमती जेल में बंद माफिया अतीक अहमद का बेहद करीबी है. ऐसे में इस पूरी घटना के पीछे अतीक अहमद गिरोह के कनेक्शन को लेकर भी जांच की जाएगी. क्योंकि पिछले साल सीएए एनआरसी को लेकर प्रयागराज में हुए प्रदर्शन के दरमियान भी माफिया अतीक अहमद के लोगों की संलिप्तता सामने आई थी. ऐसे में इस घटना में भी अतीक अहमद के गिरोह से जुड़े लोगों की भूमिका को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. 


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