कन्हैया लाल शर्मा/मथुरा: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद अपने एक दिवसीय दौरे पर वृंदावन पहुंचे. इस दौरान राष्ट्रपति की बेटी और पत्नी भी मौजूद रहीं. वृंदावन आने के बाद सबसे पहले राष्ट्रपति ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन करने पहुंचे. जहां राष्ट्रपति ने सपरिवार ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन किए. इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद रहीं. बांके बिहारी मंदिर के सेवायतों द्वारा विधि विधान के साथ पूजा-अर्चना कराई गई. राष्ट्रपति 10.15 से 10.55 तक बांके बिहारी मंदिर में रहे. 


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कृष्ण कुटीर आश्रय सदन में निराश्रित महिलाओं का जाना हाल 
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद वृंदावन स्थित कृष्ण कुटीर महिला आश्रय सदन पहुंचे. जहां पहले महिलाओं द्वारा राष्ट्रपति का स्वागत किया गया. इस दौरान राष्ट्रपति ने निराश्रित महिलाओं द्वारा तैयार की गई तुलसी की माला कंठी, ठाकुर जी की पोशाक आदि का भी अवलोकन किया. साथ ही उन्हें आगे भी इसी तरीके से कार्य करने के साथ ही स्वावलंबी बनने के लिए प्रेरित किया और शुभकामनाएं दी. इस दौरान उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और आनन्दी बेन पटेल और बेबी रानी मौर्य ने भी निराश्रित महिलाओं द्वारा तैयार की गई सामग्री को देखा. उनके कार्य की सराहना की. इसके साथ ही राष्ट्रपति ने सरकार की योजनाओं के बारे में भी महिलाओं से बात की और यह जानकारी ली. साथ ही सरकारी सुविधाओं का लाभ दिलाने का आश्वासन दिया. राष्ट्रपति ने महिलाओं की स्वास्थ्य संबंधी जानकारी भी ली. 



राष्ट्रपति राज्यपाल और सीएम से मिलकर निराश्रित महिलाएं हुई खुश 
अपने निराश्रित महिला सदन में अपने बीच राष्ट्रपति राज्यपाल और सीएम योगी आदित्यनाथ को पाकर बुजुर्ग महिलाओं के चेहरे पर खुशी साफ दिख रही थी. सभी महिलाएं देश के प्रथम नागरिक रामनाथ कोविंद, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और सीएम योगी आदित्यनाथ को अपने बीच पाकर खुश नजर आ रही थीं. सभी ने तीनों लोगों से काफी देर तक संवाद किया और उनसे अपना अनुभव साझा किया. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी. 



महिला सदन में रह रही हैं 200 निराश्रित महिलाएं
वृंदावन के सरकारी कृष्ण कुटीर आश्रय महिला सदन में करीब 200 निराश्रित महिलाएं रह रही हैं. जिनके खान-पान, स्वास्थ्य संबंधित सभी जिम्मेदारी का निर्वहन उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा किया जा रहा है. समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही उनके खाने-पीने रहने तक की सुविधा वृंदावन के कृष्ण कुटीर आश्रय सदन में की गई है. महिलाओं को किसी भी तरीके की कोई परेशानी ना हो इसको लेकर अधिकारी भी नजर बनाए रखते हैं. 



वृंदावन में रह रही है हजारों निराश्रित महिला
वृंदावन, मथुरा, गोवर्धन, नंदगांव, गोकुल और बरसाना में हजारों की संख्या में निराश्रित महिला रहती हैं. इन महिलाएं को परिवार के लोगों ने घर से निकाल दिए या फिर किसी तरीके से बेघर हो गई हैं. ऐसे में इन सबके सामने सिर्फ ठाकुर बांके बिहारी का दरबार ही बचा है, जो इन्हें अपना आश्रय देता है. सरकार भी कई आश्रय सदन चला रही है, तो कई निजी संस्थाएं भी वृंदावन और क्षेत्र में आश्रय सदनों को संचालित कर रही है. 


यह सभी महिलाएं मंदिरों में भजन कर जीवन यापन करती हैं या फिर भिक्षावृत्ति की शिकार हो जाती हैं. ऐसे भी महिलाएं हैं जो मजदूरी और घरों पर काम कर अपना पेट पाल रही हैं, लेकिन अब इनका आश्रय ठाकुर बांके बिहारी ही हैं. यह वृंदावन आने के बाद अपने घरों पर जाना नहीं चाहतीं. 


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