लखनऊ: भड़काऊ भाषण देने के मामले में समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता और पूर्व मंत्री आजम खान को तीन साल की सजा सुनाने वाले एमपी-एमएलए कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) के न्यायाधीश निशांत मान का प्रमोशन हो गया है. वह एडीजे बनाए गए हैं. प्रमोशन के साथ उनका तबादला मऊ के लिए हो गया है. आजम खां ने इस सजा के विरुद्ध सत्र न्यायालय में अपील की है. अभी वह जमानत पर चल रहे हैं. खास बात यहै है आजम खाने के अलावा भी निशांत मान ने आचार संहिता उल्लंघन के मामलों में कई पूर्व विधायकों को भी सजा सुनाई थी. निशांत मान ने 27 अक्टूबर 2022 को आजम खान को सजा सुनाई थी. कोर्ट से सजा सुनाए जाने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने आजम खान की विधायकी निरस्त कर दी थी. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

यह भी पढ़ें: joshimath crisis: जोशीमठ संकट के बीच ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना की 20 सुरंग पहाड़ चीरने को तैयार


दरअसल बीजेपी विधायक आकाश सक्सेना ने अब्दुल्ला आजम के दो जन्म प्रमाणपत्र होने के मामले में गंज थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी. इस मामले में समाजवादी नेता आजम खां और उनकी पत्नी डॉ. तजीन फात्मा भी आरोपी हैं. पुलिस तीनों के विरुद्ध न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल कर चुकी है. इस मामले में आजम खां, डॉ. फात्मा और अब्दुल्ला जमानत पर चल रहे हैं. केस की सुनवाई एमपी-एमएलए कोर्ट (मजिस्ट्रेट ट्रायल) में चल रही है. अब इस मामले में 31 जनवरी अगली सुनवाई होनी है.


WATCH: आज ही के दिन हुआ था ब्रिटिश शासन के खिलाफ क्रांति का बिगुल फूंकने वाले सुभाष चंद्र बोस का जन्म, जानें 23 जनवरी का इतिहास