Rakesh Tikait News: कृषि कानूनों की वापसी हो चुकी है, पर किसान आंदोलन के नेता राकेश टिकैत इस आंदोलन को लेकर अभी भी पुराना राग अलाप रहे हैं. उन्होंने किसान आंदोलन का एक साल पूरा होने पर कहा कि 'कृषि कानून और कोरोना दोनों ही 2019-20 में आई एक ही तरह की बीमारी थी. किसान और लोग दोनों ने ही डटकर मुकाबला किया. कोरोना को भी भगाया और कानून को भी'. टिकैत ने कहा कि आंदोलन अभी जारी रहेगा. अब सरकार को सोचना है कि एमएसपी पर गारंटी कानून लाएगी या नहीं.


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राकेश टिकैत ने आंदोलन खत्म करने को लेकर कही ये बात 
राकेश टिकैत ने गाजीपुर बॉडर पर किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर किसानों को बैठे हुए 1 साल हो गया है. किसान आंदोलन इतनी जल्दी खत्म होने वाला नहीं है, जिन मुद्दों को लेकर किसान घर से निकले थे वह मुद्दे आज भी जिंदा हैं. इसलिए हमारी मांगे और मुद्दे पूरे नहीं हो जाते तब तक वह घर वापस नहीं जाएंगे. 


संसद के सामने ट्रैक्टर मार्च निकालने की दी धमकी 
राकेश टिकैत ने बताया कि शनिवार को संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक है और उसमें सभी मुद्दों को रखा जाएगा जिसके बाद किसानों के आंदोलन की आगे रणनीति तय होगी और 29 तारीख को 30 सेक्टरों से 500 लोग दिल्ली स्थित संसद के सामने ट्रैक्टर मार्च निकालेंगे. उन्होंने धमकाने वाले अंदाज में कहा- अब किसान शांत बैठने वाले नहीं हैं क्योंकि सरकार ने तीनों कृषि कानून वापस लेने का एलान भले कर दिया हो. लेकिन, किसान शुरू से एमएससी पर गारंटी कानून मांग रहे थे, जिसको लेकर सरकार ने अभी तक कोई जवाब नहीं दिया है. 


वहीं, अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति की तेलंगाना इकाई की ओर से गुरुवार को आयोजित रैली में राकेश टिकैत ने बिना नाम लिए एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि 'वो आपका बेलगाम सांड जो भाजपा की मदद करता है उसे यहीं पकड़कर रखिए. उसे हैदराबाद और तेलंगाना के बाहर मत जाने दीजिए. वह भाजपा को (चुनाव) जीतने में मदद करता है. वह कहता कुछ और है लेकिन उसका इरादा अलग होता है. दोनों ए और बी टीमें हैं और पूरा देश यह जानता है.'


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