पिछली नोटबंदी की गलती नहीं दोहराना चाहती थी मोदी सरकार इसलिए बंद कर दिया 2000 रुपये का नोट
2000 Rupees Noteban : रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2016 की नोटबंदी के बाद 1.3 लाख करोड़ का काला धन बाहर आया. जब 500 और एक हजार रुपये के नोट बैन किए गए, तभी RBI ने दो हजार रुपये के नोट लॉन्च किए.
2000 Rupees Noteban : दो हजार के नोटों को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बड़ा फैसला लिया है. आरबीआई (RBI) अब 2000 के नोटों को जारी नहीं करेगा. 23 मई से 30 सितंबर तक नोटों को किसी भी बैंक में बदल सकते हैं. काला धन (Black Money) के खिलाफ मोदी सरकार की ये बड़ी मुहिम मानी जा रही है. तो आइये जानते हैं अब तक नोटबंदी से कितना फायदा हुआ.
अब ये नोट ही चलन में
दरअसल, दो हजार के नोट का चलन 2016 में शुरू हुआ था, जब केंद्र सरकार ने 500 और एक हजार के नोटों को बंद कर दिया था. हालांकि, बाद में 500 के नए नोट जरूर जारी हुए. अब बाजार में पूरी तरह से 500, 200, 100, 50, 10, 20 के नोट ही चलन में हैं.
2016 के बाद चलन में आया था दो हजार का नोट
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, 2016 की नोटबंदी के बाद 1.3 लाख करोड़ का काला धन बाहर आया. जब 500 और एक हजार रुपये के नोट बैन किए गए, तभी RBI ने दो हजार रुपये के नोट लॉन्च किए. 2016 से लेकर अब तक 500 और 2000 के कुल 6,849 करोड़ नोट छापे गए हैं.
पहली बार 350 करोड़ के नोट छापे गए
दो हजार के नोट 2018-19 में आखिरी बार छापे गए थे. आंकड़े बताते हैं कि 2016-17 में पहली बार दो हजार के 350 करोड़ नोट छापे गए थे. दूसरे साल इसमें बड़ी गिरावट हुई. 2017-18 में केवल 15.10 करोड़ ही दो हजार रुपये के नोट छापे गए. 2018-19 में आखिरी बार दो हजार रुपये के 4.70 करोड़ नोट छापे गए.
नोटबंदी के बाद 2 हजार के नोटों का चलन कम हुआ
केंद्र सरकार ने दिसंबर 2022 में एक प्रश्न के जवाब में बताया था कि 2000 के नोटों का चलन कम हो गया है. 6 साल के अंदर दो हजार रुपये के 102 करोड़ नोट नष्ट किए गए. इसके बाद बचे हुए नोट सर्कुलेशन में होने चाहिए थे, लेकिन 54 करोड़ नोट गायब हैं. 2021-22 में दो हजार के कुल 214.2 करोड़ नोट ही चलन में थे. गायब दो हजार रुपये के 54 करोड़ नोटों की वैल्यू करीब 1.08 लाख रुपये है. अब सरकार के इस फैसले से इन नोटों का आसानी से पता चल जाएगा.
2016-17 में 13 लाख करोड़ चलन में था
केंद्र सरकार ने ये भी बताया था कि वित्तीय वर्ष 2016-17 में 13.10 लाख करोड़ रुपया देश में चलन में था. इनमें दो हजार रुपये के नोटों की वैल्यू 6.57 लाख करोड़ रुपये था यानी 50.2 प्रतिशत. 2021-22 में ये घटकर महज 13.8 फीसदी रह गया. तब देश में कुल 31.06 लाख करोड़ रुपये वैल्यू के नोट चलन में थे और इनमें से दो हजार के महज 4.28 लाख करोड़ वैल्यू के नोट थे.
क्या कहते हैं एनसीबी के आंकड़े
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के अनुसार, देश की कई एजेंसियों ने 2022 तक करीब 245.33 करोड़ के नकली नोट बरामद किए हैं. 2021 में 20.21 करोड़ के 3.10 लाख से ज्यादा नकली नोट जब्त किए गए. इससे पहले 2020 में 92.17 करोड़ के 8.34 लाख नकली नोट मिले. बरामद नकली नोटों में ज्यादा हिस्सा दो हजार रुपये के नोटों का ही था.
किस साल कितने दो हजार के नोट छापे गए
साल 2000 के नोट 500 के नोट
2016-17 350 करोड़ 726 करोड़
2017-18 15.10 करोड़ 969 करोड़
2018-19 4.70 करोड़ 1147 करोड़
2019-20 00 1200 करोड़
2020-21 00 1157 करोड़
2021-22 00 1280 करोड़
कुल 370 करोड़ 6479 करोड़
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