श्रवण शर्मा/ शामली: शामली जनपद में होने वाले राष्ट्रीय लोकदल का किसान सम्मेलन रद्द कर दिया गया है. शुक्रवार को क्षेत्रीय अध्यक्ष व रालोद के दोनों विधायकों ने प्रेस वार्ता के दौरान किसान सभा के रद्द होने की जानकारी दी. राष्ट्रीय लोकदल ने इसके पीछे बीजेपी को वजह बताया है. दरअसल शामली जनपद में 3 अक्टूबर को राष्ट्रीय लोकदल का किसान सम्मेलन सभा होनी थी. इसको लेकर राष्ट्रीय लोक दल के स्थानीय विधायक और कार्यकर्ता जनसंपर्क अभियान चला रहे थे. लेकिन शुक्रवार को उन्होंने अचानक जनपद में धारा 144 लगा लगे होने का हवाला देते हुए किसान सम्मेलन सभा रद्द होने की जानकारी दी. खास बात यह है कि इस किसान सम्मेलन में राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यपाल सतपाल मलिक के शामिल होने के कयास लगाए जा रहे थे.


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सतपाल मलिक का कार्यकाल खत्म
माना जा रहा था कि शनिवार राज्यपाल के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद सत्यपाल मलिक राष्ट्रीय लोकदल का दामन थाम सकते हैं. मलिक पिछले काफी समय से किसानों से जुड़े मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार की आलोचना भी करते रहे हैं. बीजेपी पर हमला बोलते हुए राष्ट्रीय लोकदल के दोनों विधायकों ने कहा कि यह बीजेपी की साजिश है जो नहीं चाहती कि राष्ट्रीय लोक दल किसानों की बात को उठाएं. राष्ट्रीय लोक दल पार्टी के समर्थन में राज्यपाल मलिक भी आ रहे थे. इसीलिए लोगों ने जनपद में धारा 144 लगवाई है.  


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सतपाल मलिक ने कयासों पर लगाई रोक
हालांकि मेघालय के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satpal Malik) ने सेवानिवृत्त होने से पहले यह साफ कर दिया कि वह किसी सियासी दल का हिस्सा नहीं बनने जा रहे हैं. राज्यपाल मलिक के मुताबिक हम किसी भी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होने जा रहे हैं, और और न ही कोई चुनाव लड़ेंगे. मलिक के मुताबिक मीडिया में हमारे राष्ट्रीय लोकदल में शामिल होने की जो संभावनाएं जताई जा रही हैं, उसमें बिल्कुल दम नही हैं. हम सेवानिवृत्त होने के बाद राष्ट्रीय लोकदल तो क्या किसी भी पार्टी में शामिल नही होने जा रहे हैं.