Road Accident : उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के मुरादाबाद सांसद एसटी हसन मंगलवार को कार दुर्घटना का शिकार हो गए. मुरादाबाद से दिल्ली जाते वक्त उनकी कार पलट गई. सड़क दुर्घटना में दोनों मियां बीवी को चोटें आई हैं. एस.टी. हसन मुरादाबाद से समाजवादी पार्टी के सांसद हैं. उन्होंने वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी. पेशे से वो डॉक्टर हैं और उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस और एमएस डिग्री की पढ़ाई की. वो लंबे वक्त तक सर्जन रहे. 
एसटी हसन ने 2009 में सपा छोड़कर बसपा ज्वाइन की थी और मुरादाबाद से बहुजन समाज पार्टी से मेयर भी रहे.उसके बाद वर्ष 2014 में दोबारा पाला बदलकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. 


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एसटी हसन ने 2009 में सपा छोड़कर बसपा ज्वाइन की थी और मुरादाबाद से बहुजन समाज पार्टी से मेयर भी रहे.उसके बाद वर्ष 2014 में दोबारा पाला बदलकर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए.  लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के कुंवर सर्वेश सिंह ने उन्हें मोदी लहर में मुरादाबाद से पराजित किया. हालांकि 2014 की हार का बदला हसन ने 2019 में ले लिया. सपा नेता ने कुंवर सर्वेश सिंह को करीब 1 लाख वोटों से पराजित किया. 


एसटी हसन अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं. समान नागरिक संहिता, मुस्लिमों से जुड़े धार्मिक मसले, स्कूलों में लड़कियों के लिए बुर्का पहनना जैसे तमाम मसलों पर उनकी अलग राय सामने आई है. सपा सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क की तरह उन्हें भी समाजवादी पार्टी के कट्टरपंथी नेताओं में गिना जाता है. हालांकि वो सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबियों में शुमार होते हैं. 


गुजरात में गरबा उत्सव के दौरान एसटी हसन ने कहा था कि हिन्दू समाज अपनी बहन बेटियों की नुमाइश क्यों करता है. उन्होंने यूपी में मदरसा सर्वे पर भी उंगली उठाई थी. हसन ने कहा था कि अभी तो मदरसों का सर्वे हो रहा है, कल को इन पर बाबा का बुलडोजर भी चलाया जाएगा. ज्ञानवापी मस्जिद शृंगार गौरी मंदिर विवाद और शाही ईदगाह मस्जिद श्रीकृष्ण जन्मभूमि विवाद में भी उनकी ऐसी तीखी प्रतिक्रिया सामने आती रही है.


 


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