शिव कुमार/शाहजहांपुर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की शाहजहांपुर मुर्दे ने इलाके में शांति भंग कर रखा है.  अब वो मरा व्यक्ति मजिस्ट्रेट के सामने पेश होकर जवाब हैं. इस बात को जानकर आप चौंक जरूर गए होंगे. हो भी क्यों न, मामला ही कुछ ऐसा है. दरअसल, शाहजहांपुर पुलिस इन दिनों अपनी अनोखी कार्यशैली की वजह सुर्खियों में छाई हुई है. जिले में अपराधी भले की अपराध करके खुले आम घूम रहे हों, लेकिन तेज तर्रार शाहजहांपुर पुलिस को अब मुर्दों से भी शांति भंग का खतरा सता रहा है. आइए बताते हैं पूरा मामला.


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मुर्दे को कोर्ट में पेश करना परिवार के लिए चुनौती
आपको बता दें कि शाहजहांपुर पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को शांति भंग की धाराओं में नोटिस भेजकर मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने का फरमान जारी किया है, जो तीन साल पहले ही मर चुका है. अब मुर्दे को कोर्ट में पेश करना परिवार के सामने बड़ी चुनौती बना हुआ है. फिलहाल, पुलिस की इस कार्रवाई से खुद पुलिस की ही फजीहत हो रही है.


3 साल पहले हो चुकी है मौत
दरअसल, पूरा मामला थाना निगोही क्षेत्र के ढकिया तिवारी गांव का है. जहां के रहने वाले रमेश सिंह ने बताया कि उसका खेत का विवाद था, जिसके लिए पीड़ित ने थाने में शिकायत की थी. इस दौरान पुलिस ने कोई शिकायत तो नहीं सुनी बल्कि पीड़ित के मरे हुए पिता के खिलाफ कार्रवाई कर दी. जानकारी के मुताबिक रमेश ने बताया कि उसके पिता राधेश्याम सिंह की 3 साल पहले मौत हो चुकी है. वहीं, पुलिस ने मामले में जांच किए बिना, उसके पिता के खिलाफ कार्रवाई कर दी. अब सवाल ये है कि बेटा अपने मर चुके पिता की जमानत कराने के लिए उन्हें लाए तो लाए कहां से. 


एसपी सिटी ने दी जानकारी
पुलिस के इस एक्शन के बाद लग रहा है कि अब शाहजहांपुर पुलिस को दबंगों और अपराधियों से शांति भंग का नहीं, बल्कि पुलिस को मुर्दों से शांति भंग का खतरा सता रहा है. बता दें कि निगोही पुलिस ने एक ऐसे व्यक्ति को शांति भंग की धाराओं में नोटिस भेजकर मजिस्ट्रेट के सामने पेश होने का फरमान जारी किया है, जो तीन साल पहले मर चुका है. फिलहाल, पुलिस के इस एक्शन से परिवार हल्कान है. फिलहाल, एसपी सिटी संजय कुमार ने इसे मानवीय गलती बताया हैं. उन्होंने मामले की जांच कराने की बात कही है.