मिर्जापुर/राजेश मिश्र: मां विंध्यवासिनी के दर्शन करने हर दिन देश-दुनिया से भक्त पहुंचते हैं. हर कोई अपनी मुराद लेकर मां के पास आता है. मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को माता विंध्यवासिनी का सपत्नीक दर्शन पूजन किया. पूजा अर्चना के बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिवराज सिंह चौहान कहा कि "मां के दर्शन का सौभाग्य मिला, पहली बार मां के दर्शन करने आया हूं. शायद मां ने बुलाया है. बीच में कई बार सोचा, आ न पाया". मां से यह प्रार्थना है कि हमारे देश और प्रदेश पर जनता जनार्दन पर सब पर कृपा की वर्षा करें". शनिवार को अमावस्या की खास तिथि पर पत्नी श्रीमती साधना सिंह के साथ सीएम शिवराज सिंह चौहान वाराणसी से हेलीकॉप्टर द्वारा अष्टभुजा हेलीपैड पर पहुंचें. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उछलकर बजाया मंदिर का घंटा


हेलीपैड से वह मां विंध्यवासिनी के धाम में सड़क मार्ग से पहुंचे. शिवराज का स्वागत नगर विधायक रत्नाकर मिश्र ने किया. माता के धाम की सीढ़ी चढ़ने से पूर्व दक्षिणी द्वार पर लगे विशाल घण्टे को शिवराज सिंह चौहान ने उछल कर बजाया. माता विंध्यवासिनी के धाम की सीढ़ियों का स्पर्श कर नमन करते हुए दर्शन के लिए आगे बढ़ गए.


डीएम और एसपी रहे मौजूद


इस दौरान उन्होंने माता विंध्यवासिनी के धाम में पौराणिक और वैदिक मंत्रोच्चार के बीच दर्शन पूजन किया. सीएम शिवराज सिंह चौहान को जिलाधिकारी प्रवीण कुमार लक्षकार एवं पुलिस अधीक्षक सन्तोष कुमार मिश्र ने मां विंध्यवासिनी का चित्र और अंगवस्त्रम भेंट किया. एमपी के सीएम शिवराज इससे पहले भी अपनी जमीन से जुड़ी छवि को लेकर मीडिया की सूर्खियों में रहे हैं. कभी तालाबा में नहाने की बात हो या फिर लोक कलाकारों के साथ नाच-गाना, शिवराज आम आदमी के साथ बहुत ही जल्दी कनेक्ट होते हैं. शिवराज की लोकप्रियता की एक बड़ी वजह उनकी यही कार्यशैली है.