लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) का रामचरितमानस पर दिया गया बयान अभी ठंडा भी नहीं हुआ है कि उनके ताजा बयान से सियासी माहौल फिर गरमा गया है. मऊ में एक कार्यक्रम में शामिल होने आए स्वामी प्रसाद मौर्य ने फिर से बखेडा खडा़ कर दिया है. उन्होंने बीजेपी नेताओं के खिलाफ विवादित टिप्पणी की . सपा नेता ने योगी सरकार की बुलडोजर नीति का स्वागत भी किया. उन्होंने कहा कि हत्यारों के खिलाफ बुलडोजर चल रहा है तो हम उसका स्वागत करते हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बीजेपी के मंत्री घी खाकर मोटे हो गए हैं-Swami Prasad Maurya
स्वामी प्रसाद मौर्य रविवार को मऊ में सामाजिक न्याय सम्मेलन में शामिल होने के लिए पहुंचे थे. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक स्वामी प्रसाद मौर्य ने  विवादित और अभद्र बात कही. मंच से स्वामी प्रसाद मौर्य ने भाजपा नेताओं पर कटाक्ष करते हुए कहा कि बीजेपी के मंत्री घी खाकर पेट मोटे हो गए हैं उन पर चर्बी चढ़ गई है. उनकी हड्डियां  दिखाई नहीं देती हैं. उन्होंने कहा कि मैं 6 बार कैबिनेट मंत्री की शपथ ले चुका हूं. अगर मैं अपनी अंडरवियर उतार दूं तो मेरी शरीर की सारी पसलियां आप लोग गिन लोगे. इसलिए कि हम जहां भी रहते हैं-मेहनत में विश्वास करते हैं. हम मुफ्त की रोटी नहीं खाते हैं. हम गैर को भी खिलाते हैं और खुद भी खाते हैं. 


Moradabad: मौलाना तौकीर रजा पर भड़काऊ बयान देने के आरोप में FIR, पीएम मोदी के लिए कहे थे अपशब्द


बुलडोजर की कार्रवाई का स्वागत-स्वामी प्रसाद
स्वामी प्रसाद ने हत्यारोपियों के खिलाफ बुलडोजर की कार्रवाई का स्वागत किया. उन्होंने कहा- उमेश पाल की हत्या में जिसका भी इंवॉल्वमेंट है, उसके खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. हत्यारों के प्रति किसी की हमदर्दी नहीं है. हत्यारों के खिलाफ बुलडोजर चल रहा है तो हम उसका स्वागत करते हैं.


Sambhal: शफीकुर्र रहमान बर्क ने किया मौलाना तौकीर रजा के विवादित बयान का समर्थन, बीजेपी-संघ को लेकर कही ये बड़ी बात


रामचरितमानस को लेकर विवादों में घिरे थे स्वामी
गौरतलब है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य रामचरितमानस को लेकर अपने बयान की वजह से खूब विवादों में रहे. उन्होंने कहा था कि कई करोड़ लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है. यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है.मौर्य ने मांग की कि पुस्तक के ऐसे हिस्से, जो किसी की जाति या ऐसे किसी चिह्न के आधार पर किसी का अपमान करते हैं, पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए.