मुरादाबाद: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भारतीय करेंसी पर गणेश जी और लक्ष्मी की तस्वीर वाले बयान पर सपा सांसद डॉ. एसटी हसन ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि ऐसा किसी देश में नहीं है, जहां करेंसी पर धार्मिक चित्र बने हों. इससे धार्मिक चित्रों का अपमान हो सकता है. यह देश का माहौल अशांत करने का माध्यम बन सकता है. अगर किसी ने इसका अपमान किया तो गड़बड़ी होने का अंदेशा है. इसलिए यह ठीक नहीं है. 


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सपा सांसद ने आगे कहा कि हो सकता है कि उन्होंने गुजरात चुनाव की वजह से ऐसा बयान दिया हो.  बता दें कि दिल्‍ली के मुख्‍यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बुधवार को कहा कि जब हम संकट में होते हैं, तो देवताओं को याद करते हैं. इस समय देश की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. ऐसे में नोटों पर गांधी जी के साथ ही गणेश-लक्ष्‍मी का चित्र पर छापना चाहिए. 


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ब्रिटेन में भारतीय मूल के प्रधानमंत्री बनने पर सपा सांसद ने कहा कि ये खुशी की बात है. ये समय चक्र है कि कभी वो हमारे ऊपर राज करते थे. आज हमारे मुल्क का आदमी उनके ऊपर राज कर रहा है. एक प्रजातंत्र की खूबसूरती है कि एक लायक आदमी को उन्होंने प्रधानमंत्री बनाया. ये नहीं देखा कि वो अल्पसंख्यक समाज से है. ये प्रॉब्लम सिर्फ हमारे देश में ज्यादा है. हम भी बड़ी डेमोक्रेसी हैं दुनिया के इन देशों से हमें भी सबक लेना चाहिए. 


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वहीं, भारत में भी अल्पसंख्यक समाज से प्रधानमंत्री बनने की मांग के बयानों पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा,"कानून में कोई दिक्कत नहीं है. बिलकुल बनना चाहिए. जनता अगर चुनती है और कोई इस लायक लगे तो जरूर बने." हालांकि, जब उनसे पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम लेकर पूछा गया कि वह भी अल्पसंख्यक समाज से आते हैं. ऐसे में खुद के बयान में ही फंसता देख वह बचाव करने लगे. उन्होंने बोला, " मनमोहन जी प्रधानमंत्री थे. हमने तो यह मिसाल पहले ही कायम की है. उन्होंने आगे कहा कि आमतौर पर अल्पसंख्यक शब्द आता है, तो लोगों के दिमाग में मुसलमान घूमता है."